आईबोक प्रदेश अध्यक्ष ने कहा…बैंकरों का वेतन कम और जिम्मेदारी ज्यादा…एकीकरण का भी करेंगे विरोध

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— आईबॉक प्रदेशाध्यक्ष शैलेन्द्र खजांची के बिलासपुर आगमन पर सहायक महासचिव ललित अग्रवाल, जिला सचिव सत्येंद्र सिंह, स्टेट बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के डीजीएस डी.के. हाटी ने जोशिला स्वागत किया। आईबॉक  प्रदेश अध्यक्ष शैलेन्द्र खजांची ने 21 दिसम्बर को होने वाले बैंक हड़ताल को लेकर जरूरी मार्गदर्शन दिया।
                      बैंकरों को संबोधित करने के बाद आईबोक प्रदेश अध्यक्ष शैलेन्द्र खजांची ने पत्रकारो से बातचीत की। खजांची ने बताया कि 1 नबम्वर 2017 से  देय 11वे वेतन समझौते में स्टेट बैंक, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, इंडियन बैंक ने अभी तक आईबीए को स्केल 4 से स्केल 7 तक मेंडेड नही दिया गया। आईबॉक ने 30 नम्बर की वार्ता का बॉयकाट कर 21 दिसम्बर की हड़ताल का आव्हान किया हैं।
             शैलेन्द्र खजांची ने बताया कि आईबॉक देश ही नहीं बल्कि विश्व का सबसे बड़ा संगठन है। संगठन से करीब सवा तीन लाख बैंक अधिकारी जुड़े हैं। आज बैंक अधिकारियों का वेतन सबसे कम है। जबकि जिम्मेदारी सबसे अधिक है। बैंकर्स को कोर बैंकिंग करने के अवसर दिए जाएं। आज थर्ड पार्टी प्रोडक्ट का प्रेशर है। इस दौरान खजांची ने बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के एकीकरण का विरोध किया।
                        आईबॉक सहायक महासचिव ललित अग्रवाल, जिला सचिव सत्येंद्र सिंह, स्टेट बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के डीजीएस डी के हाटी ने बताया कि 21 दिसम्बर 2018 की सुबह 10 बजे सभी हड़ताली बैंक अधिकारी पीएनबी के गौरवपथ स्थित मंडल कार्यालय के सामने एकत्रित होंगे। इसके बाद सभी बैंक अधिकारी स्टेट बैंक ब्रांच के सामने जंगी प्रदर्शन और हड़ताल करेंगे।
                    आज बैठक में बैंक अधिकारी कैलाश अग्रवाल, पार्थो घोष, आशुतोष गहलोत समेत कई लोग मौजूद थे।
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