Chhattisgarh:कोचियों से धान खरीदने पर समिति प्रबंधकों के विरूद्ध होगी एफआईआर

Shri Mi
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कोरबा।कलेक्टर मो कैसर अब्दुल हक ने शासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर धान खरीदी के संबंध में उपार्जन केंदों के प्रबंधकों एवं फड़ प्रभारियों की बैठक लेकर उन्हे केवल वास्तविक किसानों का ही धान बोए गये रकबे के हिसाब से खरीदने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों को कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि अवैध और कोचियों से धान खरीदने पर समिति प्रबंधकों के विरूद्ध सीधे पुलिस कार्यवाही के लिए थाने में FIR दर्ज करा दी जायेगी। उन्होंने सभी समिति प्रबंधकों को धान खरीदी के शेष 22 दिनों तक धान बेचने के लिए आने वाले किसानों की ऋण पुस्तिका के साथ फोटो भी लेने के निर्देश दिए।

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कलेक्टर ने बैठक में किसानों से भी अपील की कि वे अपने खेतों में धान के बोए गये रकबे के हिसाब से ही शासन के निर्धारित मूल्य पर धान विक्रय करें। उन्होंने कहा कि किसान अपनी ऋण पुस्तिकाओं का उपयोग किसी अन्य व्यक्ति के धान बेचने के लिए कदापि न करें।

अवैध रूप से धान बेचने की सूचना मिलने पर ऐसे किसानों के धान के रकबे की जांच के साथ बेचे गये धान की भी जांच कराई जा सकती है। कलेक्टर ने कहा कि अवैध रूप से धान बेचना प्रमाणित होने पर ऐसे सभी किसानों को धान के मिलने वाले बोनस से भी वंचित होना पड़ेगा साथ ही उन पर नियम अनुसार कार्यवाही भी की जा सकती है।

कलेक्टर ने बैठक में निर्देशित किया कि अब तक समितियों में पंजीकृत जिन किसानों ने दो या दो से अधिक बार टोकन कटाकर शासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर धान बेचा है उनके धान का रेण्डम आधार पर सत्यापन भी कराया जायेगा। कलेक्टर ने जिला प्रशासन की ओर से समितियों में धान खरीदी का निरीक्षण और जांच के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी है।

अधिकारी समिति में पहुंचकर प्रतिदिन की गई धान खरीदीए किसानों की संख्याए रकबा आदि का सत्यापन करेंगे और समिति में कार्यरत हमालों तथा लगे तौल कांटों की भी जांचण् करेंगे। समितियों में एक ही दिन में अपनी स्थापित तौल क्षमता से अधिक धान खरीदना पाया जाने पर समिति प्रबंधक के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।

कलेक्टर ने जिले के सभी पांच विकासखंडों के धान खरीदी केंद्रों में पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण करने तथा उपार्जित धान के भुगतानए बारदाने एवं परिवहन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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