रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने लंदन में हैकथान के दौरान साईबर विशेषज्ञ द्वारा ईवीएम हैक कर दिखा दिया कि यह प्रणाली पूर्णरूपेण संदिग्ध है। इस सनसनीखेज खुलासे ने EVM प्रणाली से चुनाव कराने वाले देशों को चैंका दिया है तथा वापस विश्वसनीय बैलेट प्रणाली को सिद्ध कर दिया है। देश में प्रचलित ईवीएम प्रणाली पर समय≤ पर शंका व्यक्त करती जाती रही है। विशेषज्ञ के कथन ने सन् 2014 के लोकसभा के चुनाव को हैक कर भाजपा ने चुनाव जीता था बताया है, यह एक गंभीर आरोप है तथा मोदी सरकार एवं भाजपा इस कलंकित एवं अमानवीय गंभीर अपराध कारित करने की श्रेणी में आ गए है। सीजीवालडॉटकॉम के whatsapp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
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इस अपराधिक गंभीर आरोप की निष्पक्ष जांचोपरांत यदि आरोप सिद्ध पाया जाता है तो भाजपा की मान्यता भारत निर्वाचन आयोग द्वारा समाप्त कर दिया जाना चाहिए। रिजवी ने ईवीएम की संदिग्धता पर सवाल उठाते हुये सम्पन्न विधानसभा चुनाव के समय देश के तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त ओ.पी. रावत के समक्ष रायपुर प्रवास में आयोजित बैठक के दौरान 01 नवम्बर 2018 को एक आवेदन इसी आशय का उन्हें सौंपा था।
जिसमें ईवीएम की संदिग्धता के निराकरण हेतु सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ईवीएम के जनक देश जापान भेज कर यह पता लगाने की मांग की गई थी कि आखिर जापान ने अपने द्वारा ईजाद की गई ईवीएम प्रणाली को किस आधार पर बंद कर पुनः बैलेट प्रणाली को अपनाया है, परन्तु उक्त आवेदन को उस समय अनदेखा कर दिया गया था।