सिम्सःक्या बच्चों की मौत दम घुटने से हुई…छन कर आ रही रिपोर्ट..जानकारी मांंग रही मानवाधिकार टीम

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–सिम्स आगजनी के बाद चार बच्चों की मौत का पीएम रिपोर्ट तैयार है। रिपोर्ट को पुख्ता करने विसरा को रायपुर के अम्बेडकर अस्पताल भेजा गया है। बच्चों का पीएम करने वाले तीन सदस्यीय डाक्टरों की टीम ने मामले में कुछ भी बताने से इँकार किया है। जानकारी मिल रही है कि डॉक्टरों को आशंका है कि बच्चों की मौत का कारण दम घुटना भी हो सकता है। इसलिए किसी प्रकार के निर्णय तक पहुचने से पहले अम्बेडकर अस्पताल से विसरा रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।बीते मंंगलवार को सिम्स आगजनी से एनआसीयू में धुआं भरने के बाद 22 बच्चों को आनन फानन में अलग अलग निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया था। घटना के देर शाम तक बचाए गए बच्चों में से दो ने दम तोड़ दिया। जबकि तीसरे और चौथे बच्चे की मौत तीसरे और चौथे दिन हुई। इसके पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने घटना स्थल का निरीक्षण कर टीम को रिपोर्ट देने को कहा था। सीजीवालडॉटकॉम के whatsapp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे

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             जिला स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की मौत को लेकर तीन सदस्यीय टीम का गठन किया। डॉक्टरों की टीम ने मृतक नवजात का पीएम कर रिपोर्ट स्वास्थ्य महकमे के हवाले कर दिया है। सूत्रों की मानें तो टीम को शक है कि बच्चों की मौत दम घुटने से भी हो सकती है। पीएम में मिले साक्ष्य और आशंका को देखते हुए प्रशासन ने मृतक वच्चों के विसरा को उच्चस्तरीय जांच के लिए रायपुर भेजा है। फिलहाल फायनल रिपोर्ट का अभी इंंतजार है।

               इधर मानवाधिकार आयोग के सदस्य लगातार तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम और स्वास्थ्य महकमे से रिपोर्ट की मांग कर रही है। लेकिन टीम ने रिपोर्ट ओपन करने से साफ इंकार कर दिया है। सूत्रों की मानें तो पीएम के दौरान तीन सदस्यीय टीम को कुछ बच्चों में दम घुटने से मरने के प्रमाण मिले हैं। इसलिए मामले में अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। नाम उजागर नहीं करने की सूरत में टीम के सदस्यों ने बताया कि बच्चों के विसरा को रायपुर भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद प्रमाणित दस्तावेजो सार्वजनिक किया जाएगा। सदस्य ने बताया कि दम घुटने से हुई मौत को इंकार नहीं किया जा सकता है।

                         बताते चलें की तीन सदस्यी टीम में हिस्टो पैथालॉजिकल और केमिकल एक्जामिन करना था। इसकी जिम्मेदारी डॉ. एमके दास,आरएमएस  मनोज जायसवाल और डॉ.दास ए.के.खान को दी गयी थी। डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम ने विसरा को एफएसल जांंच के लिए भेजा है।

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