फेसबुक ने हटाए कांग्रेस से जुड़े 687 पेज तो राहुल गांधी की पार्टी ने दिया यह बड़ा बयान

Shri Mi
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नई दिल्ली-
सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने सोमवार को कहा कि उसने कांग्रेस पार्टी से जुड़े 687 पेज और खातों को हटा दिया है. फेसबुक ने कहा कि ‘अप्रमाणिक व्यवहार’ के कारण उसे यह कदम उठाना पड़ा. इस मामले पर सफाई देते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, ”हमें फेसबुक की रिपोर्ट की जांच करनी होगी. हो सकता है ये पेज हमसे न जुड़े हों और न्यूज रिपोर्ट ही गलत हो. इसमें कितनी सच्चाई है, इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या वाकई ये पेज हमसे जुड़े हैं”.तिवारी के मुताबिक, फेसबुक ने कहा कि खातों को कंटेंट या फेक न्यूज के लिए नहीं बल्कि अप्रमाणिक व्यवहार और स्पैम को लेकर हटाया गया. हमें सच्चाई की जांच करनी चाहिए कि क्या फेसबुक पेज हमसे जुड़े थे या नहीं. ट्वीट पर कांग्रेस ने लिखा, पार्टी के आधिकारिक पेजों को बंद नहीं किया गया है. वेरिफाइड वॉलंटियर्स द्वारा चलाए जा रहे पेजों पर भी कोई असर नहीं पड़ा है. फेसबुक ने जिन पेजों को हटाया है, हमें उसकी लिस्ट का इंतजार है.सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे 

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इससे पहले फेसबुक ने कहा कि इन पेजों और अकाउंट्स ने ऐड के लिए 27 लाख रुपये खर्च किए. पहला ऐड अगस्त 2014 में आया और ताजा विज्ञापन मार्च 2019 में आया. फेसबुक साइबर सिक्योरिटी पॉलिसी चीफ नेथनील ग्लेशर ने कहा कि इस अप्रमाणिक व्यवहार में लोगों ने नकली खातों का यूज किया और विषय वस्तु को प्रसारित करने के लिए अलग-अलग ग्रुप्स में शामिल होकर पेज पर लोगों की भागीदारी को बढ़ाया.

 कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क में बने फेसबुक हेडक्वॉटर्स में ग्लेशर ने कहा कि इस गतिविधि से जुड़े लोगों ने पहचान छिपाने की कोशिश की लेकिन हमारी समीक्षा में पाया गया कि ये लोग कांग्रेस की आईटी सेल से जुड़े हैं. ग्लेशर ने आगे कहा, फेसबुक ने भारत की आईटी कंपनी सिल्वर टच के जरिए चलाई जा रही स्पैम एक्टिविटीज का भी पता लगाया. यह कंपनी बीजेपी समर्थित द इंडिया आई पेज को चलाती है. फेसबुक ने इस कंपनी से जुड़े 15 पेजों और खातों को हटाया है. फेसबुक पर ऐड के लिए सिल्वर टच ने 48 लाख रुपये खर्च किए हैं.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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