बिलासपुर—आज पोस्ट आदिवासी छात्रावास की छात्राओं ने कलेक्टर कार्यालय के सामने जमकर हंगामा मचाया। छात्राओं ने कलेक्टर के आदेश को मानने से इंकार कर दिया। वहीं छात्रों ने भी हंगामा करने वाली छात्राओं का बढ़चढ़कर सहयोग दिया। इसके पहले छात्राओं को निंयत्रित करने के लिए सिविल लाइन पुलिस को आई जी चौराहा के सामने हंगामें मचाने वाली छात्राओं और छात्रों पर हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। नाराज छात्राओं ने इसके बाद कलेक्टर कार्यालय का घेराव करते हुए कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दिया।
पोस्टमेट्रिक छात्रावास की छात्राओं ने जिला प्रशासन के आदेश को मानने से इंकार कर दिया है। छात्राओं ने आदिवासी विभाग आयुक्त के आदेश को नहीं मानते हुए आज जमकर हंगामा किया। पहले तो बिलासा कन्या महाविद्यालय के सामने जमकर हंगामा किया। पुलिस के हल्के बल प्रयोग के बाद सभी छात्राओं ने कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने भी लड़कियों का जमकर सहयोग दिया। इस दौरान आदिवासी छात्रावास की लड़कियों ने छात्रावास में बेड बढ़ाने की मांग करते हुए छात्रावास खाली करने से इंकार कर दिया।
मालूम हो कि एक सप्ताह पहले कलेक्टर अन्बलगन पी.ने एक बैठक में आदिवासी विभाग के आयुक्त को निर्देश दिया था कि आदिवासी छात्रावासों में सालों से कब्जा कर बैठे छात्र छात्राओं को बाहर निकाला जाए। कल देर रात्रि बिलासा कन्या महाविद्यालय के छात्रावास के सामने कालेज प्रबंधन ने पुराने छात्रों को नियत समय में छात्रावास छोडने का आदेश चस्पा कर दिया। आज सुबह सूचना मिलने के बाद छात्राओं ने कालेज प्रशासन के सामने छात्रावास नहीं छोड़ने की धमकी देते हुए जमकर हंगामा किया। सड़क पर आकर छात्राओं का साथ छात्रों ने भी दिया। जिसके चलते व्हीआईपी क्षेत्र की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। इस दौरान पुलिस ने छात्राओं को समझाने का प्रयास भी किया। लेकिन सभी परिणाम निरर्थक साबित हुए अन्त में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
बाद में कलेक्टर कार्यालय के धरना प्रदर्शन करते हुए छात्र और छात्राओं ने बताया कि पुराने छात्रों को बाहर नहीं निकालते हुए आदिवासी छात्रावास की बेड संख्या बढ़ायी जाए। छात्राओं ने कलेक्टर के सामने अपनी मांग रखते हुए कहा कि पीजी और यूजी की बेड संख्या 100 या अधिक किया जाए। इससे छात्रों और छात्राओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
छात्र छात्राओं की मांगों का समर्थन कांग्रेस नेताओं ने भी किया। इस दौरान संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि गरीब छात्राओं और छात्रों को हास्टल बलात तरीके निकाले जाने का कांग्रेस विरोध करती है। उन्होंने कहा जिला प्रशासन छात्रावास से बाहर निकाले जाने वाले आदिवासी गरीब छात्रों की पहले बेहतर रहने की व्यवस्था करे इसके बाद ही छात्र और छात्राएं हास्टल छोड़ेंगे। यदि उन पर किसी प्रकार की जबरदस्ती कार्रवाई की जाती है तो हम उसका विरोध करेंगे।