जब विरेन्द्र ने कहा…भाजपा नेता और दामाद को होगी जेल..अभी नहीं चढ़ा सीएम का भूत..बिना चिन्ह के लडेंगे चुनाव

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–पूर्व भाजपा नेता और वर्तमान में स्वाभिमान पार्टी प्रमुख विरेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि चुनाव आयोग को बिना चुनाव चिन्ह के चुनाव करवाना चाहिए। चुनाव चिन्ह से प्रत्याशियों के साथ अघोषित असमानता का व्यवहार होता है। लोकतंत्र के उचित नहीं है। विरेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि हमारे चुनाव निर्देशों में कही भी चुनाव चिन्ह देने का प्रावधान नहीं है। चूंकि पहला चुनाव साल 195 में हुआ था। उस सम साक्षरता भी कम थी। चिन्ह के साथ व्यक्ति का फोटो भी होता था। बाद में साक्षरता तो बढ़ी लेकिन चुनाव चिन्ह की प्रक्रिया बन्द नहीं हुई। जबकि चुनाव नियमावली और संविधान में कही चुनाव चिन्ह दिये जाने का उल्लेख नहीं है।

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                        विरेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि लोकतंत्र में चुनाव चिन्ह के आवंटन से अन्य प्रत्याशियों को बड़े दलों से खिना तरा है। पंजा, कमल,हाथी या अन्य पार्टियों के चुनाव चिन्ह से अन्य प्रत्याशियों को नुकसान है। जबकि चुनाव चिन्ह आवंटन की बात ना तो चुनाव नियमावली में है। ना ही संविधान में कहीं उल्लेख ही है। हमारी मांग है कि चुनाव चिन्ह आवंटन को बन्द किया जाए। चिन्ह की जगह प्रत्याशियों का नाम और फोटो हो। प्रारंभिक समय ऐसा ही होता था।

                            विरेन्द्र पाण्डेय के अनुसार चु़नाव चिन्ह होने से बड़े दलों को फायदा पहुंंचता है। आदर्श आचार संहिता के खिलाफ भी है। बड़े दल छोटे दलों को नुकसान पहुंचाते है। पाण्डेय ने जानकारी दी कि स्वाभिमान पार्टी देश में कुल दस सीटों से चुनाव लड़ रही है।  सहयोगी दलों के साथ कुल बीस सीटों में हमारे प्रत्याशी बिना चुनाव चिन्ह के उतरेंगे। जो भी वोट मिलेंगे उसकी जानकारी आयोग देंगे। बताएंगे कि बिना चिन्ह के भी वोट मिलते हैं।  पाण्डेय ने जानकारी दी कि हम तीन सौ लोग चुनाव आयोग के सामने बिना चुनाव चिन्ह चु्नाव कराने की बात कही थी। लेकिन व्यक्ति बदलने से सारी बातें धरी रह गयी।

                   एक सवाल के जवाब में विरेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है। अम्बानी को फायदा पहुंचाया गया है। टैक्स माफी का अर्थ ही है कि राफेल में घोटाला हुआ है। जो प्रमाण सामने आए हैं उससे इंकार नहीं किया जा सकता कि राफेल में घोटाला हुआ है। हि्न्दु अखबार में विस्तार से जानकारी दी गयी है। अन्य संचार माध्यम मामले को टीक से नहीं उठाया। मोदी जेपीसी बुलाने से डर रहे हैं। उन्होने कोर्ट में भी गलत जानकारी देकर जनता को गुमराह किया है।

       ,सवाल जवाब के दौरान विरेन्द्र ने कहा कि सभी राजनैतिक दलों को आरटीआई के दायरे में आना चाहिए। चन्दा में भी  पारदर्शिता होनी चाहिए। अभी हाल फिलहाल 320 करोड़ में से भाजपा को 310 करोड़ का बाण्ड मिला है। अन्य दलों के साथ नाइंसाफी है। भाजपा नेता काले धन को सफेद बनाने का काम किए हैं।

                विरेन्द्र शर्मा ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा ने देश की सहिष्णुता पर चोट किया है। हमारा देश वसुदैव कुटुम्बकम के सिद्धान्त को मानता है। हम बीस करोड़ की आबादी को समुद्र में नहीं डाल सकते हैं। अटल ने कहा भी है कि हम साथ जीने की परम्परा को भूलते जा रहे हैं। इसे बचाना होगा। अन्यथा भारत खत्म हो जाएगा।

                                       बिरेन्द्र ने कहा कि पिछले पन्द्रह सालों में भाजपा सरकार के नेता और रिश्तेदार सत्ता मदहोश मे थे। उन्हें लगता था कि  कोई हमारा कुछ नहीं कर पाएगा। दामाद ने अस्पताल बेच दिया। घोटालों की लम्बी फेहरिस्त तैयार हो गयी। रमन सिंंह और उनके मंत्रीमडंल ने जमकर भ्रष्टाचार किया। यदि ईमानदारी से निष्पक्ष जांच हो सभी लोग चौटाला की तरह जिन्दगी भर जेल में रहेंगे। पाण्डेय ने कहा कि भूपेश बघेल का शुरूआती कुछ फैसला गलत हुआ है। लेकिन उनके सिर पर अभी मुख्यमंत्री पद का भूत नहीं  चढ़ा है। यदि ऐसा ही रहा तो ठीक है। फिलहाल काम और दिशा ठीक ही है। पत्रवार्ता के दौरान स्वाभिमान पार्टी के बिलासपुर लोकसभा प्रत्यशी पूरन छाबडिया भी मौजूद थे।

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