मुंगेली जिले में 1 मई से समर क्लास लगाने DEO के आदेश का विरोध…सोशल मीडिया पर शिक्षक बता रहे तुगलकी फरमान

Shri Mi
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बिलासपुर।मुंगेली जिला शिक्षा अधिकारी का वह आदेश जिसमे 1 मई से जिले भर के स्कुलो में समर क्लास शुरू करने का आदेश दिया गया उसका शिक्षक भारी विरोध कर रहे है। शिक्षको की भड़ास सोशल मीडिया में दिखाई भी दे रही है। शिक्षक राज्य सरकार के उस आदेश को माने कि जिसमे एक मई से 15 जून तक ग्रीष्म कालीन अवकाश दिया गया है या फिर उस आदेश को जिसे मुंगेली के जिला शिक्षा अधिकारी ने अनिवार्य किया है।सीजीवालडॉटकॉम के Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ प्रदेश मीडिया प्रभारी विवेक दुबे ने चर्चा के दौरान बताया कि जहां पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी की स्थिति को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर कई जिलों के कलेक्टर शैक्षणिक सत्र समाप्त होने से पहले ही अवकाश घोषित कर चुके है वहीं मुंगेली जिला शिक्षा अधिकारी का यह आदेश पूरी तरह समझ से परे है और साफ तौर पर दर्शाता है कि कई अधिकारी जमीनी हकीकत को समझे बगैर शिक्षा विभाग को प्रयोगशाला बनाने में तुले हुए हैं ।

विवेक दुबे ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा हर आयाम को ध्यान में रखकर शैक्षणिक सत्र की रूपरेखा तैयार की जाती है, और उस निश्चित समय में अध्यापन व्यवस्था सुचारू रूप से संपन्न भी हो जाती है । छत्तीसगढ़ शाशन के पत्र दिनांक 03/05/2018 को दशहरा, दीपावली, शीत कालीन और ग्रीष्म कालीन अवकाश के बारे में स्पस्ट किया गया है।

विवेक ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश शासकीय शालाओं में ढंग से पंखे तक की व्यवस्था नहीं है और ऐसी भीषण गर्मी जिसमें कूलर,एसी भी ढंग से काम नहीं कर रहे हैं वैसी स्थिति में स्कूलों में बच्चों को बुलाना कितना नुकसानदेह हो सकता है इसका भी एक बार आकलन कर लेना चाहिए । ऐसे तुगलकी फरमानों को तत्काल प्रभाव से वापस लेना ही छात्र और शिक्षण जगत के हित में है ।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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