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रायपुर।गुरुवार याने 2 मई को होने वाली पीईटी परीक्षा स्थगित कर दी गई।व्यापमं ने इसकी जानकारी बुधवार देर शाम प्रेस रिलीज जारी कर दी।कारण बताया गया कि चिप्स के सर्वर में 30 अप्रैल 2019 की रात्रि से तकनीकी खराबी आने के कारण काफी संख्या में परीक्षार्थी अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं कर पाए हैं।इस कारण 2 मई 2019 की प्रवेश परीक्षा को स्थगित करने का फैसला व्यापम द्वारा लिया गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर 8 अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है।छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल के अनुसार परीक्षा संबंधी कार्यों का जिम्मा चिप्स पर था।चिप्स के सर्वर में आई खराबी के कारण हजारों छात्र प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं कर सके।भूपेश बघेल ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्य सचिव को इस घटना के जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए।इसके बाद मुख्य सचिव ने तत्काल कार्यवाही करते हुए व्यापम की अध्यक्ष उमा देवी,व्यापम के सलाहकार प्रदीप चौबे चिप्स के सीईओ देवसेनापति,चिप्स के अतिरिक्त सीईओ श्री परियाल समेत आठ लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इसे लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने ट्वीट कर मौजूदा सरकार पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel जी जनता ने आपको प्रदेश की बागडोर सौंपी थी और आपकी सरकार से एक सर्वर नहीं संभाला गया। पीईटी परीक्षा के लिए युवा दिन-रात मेहनत करते हैं, अगर थोड़ी गंभीरता से आप भी मेहनत कर लेते तो वे सर्वर ठीक होने की प्रतीक्षा की जगह परीक्षा की चिंता कर रहे होते।
वही परीक्षा कैंसिल होने की खबर आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा कि पीईटी और पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा के स्थगित होने से बच्चों को होने वाली परेशानी का अहसास मुझे है। मैं सभी बच्चों और उनके अभिभावकों से व्यक्तिगत तौर पर खेद व्यक्त करता हूं।
इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है।सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा न हो।
पीईटी और पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा के स्थगित होने से बच्चों को होने वाली परेशानी का अहसास मुझे है। मैं सभी बच्चों और उनके अभिभावकों से व्यक्तिगत तौर पर खेद व्यक्त करता हूं।
इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है।
सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा न हो।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 1, 2019