जांजगीर— भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने आज सरस्वती शिशु मंदिर सक्ती में झंडारोहण कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाअभियान का आगाज किया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने उपस्थित सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। साथ ही लोगों से कहा कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं नहीं पहुंचती है तब तक पंडित दीनदायाल के अंत्योदय दर्शन साकार नहीं हो सकता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा देश का हर व्यक्ति खुश हो और उसकी मूलभूत जरूरतें पूरी हो यही पंडित दीनदयाल का सबसे बड़ा दर्शन है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने आज जांजगीर चांपा जिले के सरस्वती शिशु मंदिर सक्ती में पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाभियान को संबोधित किया। इसके पहले उन्होंने झण्डारोहण कर भारत भारतीय और भारतीयता को याद किया।
झण्डारोहण उपरान्त उन्होंने उपस्थित वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। धरम कौशिक ने कहा कि पंडित दीनदयाल का दर्शन ही भारतीय जनमानस को सही रास्ता दिखा सकता है। देश को आज उनके दर्शन और चिंतन की सर्वाधिक जरूरत है। देश पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी मना रहा है। सौभाग्य है कि राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की वर्षगांठ भी देश इसी समय मना रहा है। कौशिक ने कहा कि समाज और जनमानस का स्वच्छता अभियान से बहुत ही करीब का रिश्ता है। इससे बड़ी क्या बात हो सकती है कि भाजपा का इस समय प्रशिक्षण का महाभियान भी चल रहा है।
कौशिक ने उपस्थित लोगों से कहा कि यह प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता लोगों से घर-घर जाकर मिलें। समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं को पहुंचाएं। दीनदयाल के सपनों को साकार करने का इससे बेहतर अवसर कभी मिल नहीं सकता है। कौशिक ने कहा एकात्म मानववाद का अर्थ अपने और अपनों तक सीमित ना रहकर जनहित की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का दूसरा नाम है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जूझारू हैं,कर्मठ और विवेक सम्मत हैं। विश्वास है कि वे पंडित दीनदयाल के विचारों और सरकार की योजनाओं समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाकर ही दम लेंगे।
प्रशिक्षण अभियान कार्यक्रम को सांसद कमला पाटले ने भी संबोधित किया। इसके अलावा संसदीय सचिव अम्बेश जांगड़े, सक्ती विधायक खिलावन साहू, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल,,पवन साय ने भी कार्यकर्ताओं और नेताओं को रिचार्ज किया। इस समय भाजपा कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित थे।