रायपुर।जकांछ मीडिया प्रमुख एवं मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र विरोधी साम्प्रदायिक दल एवं संगठनों का वजूद समाप्त हो जाएगा। उनको इस आम चुनाव में मुंह की खानी पडे़गी। विभिन्न दलों के अमर्यादित, अभद्र एवं असंसदीय भाषा वाले बयानों को आधार बनाकर केवल उन्मादी वर्ग का वोट ही बमुश्किल हासिल कर सकेगें, परन्तु इतना अवश्य है कि दल एवं संगठन विशेष के साम्प्रदायिक तत्व देश की गंगा जमुनी तहजीब को समाप्त करने की मुहिम में जुटी हुई है।
ऐसे उन्मादी अवसरवादी एवं साम्प्रदायिक तत्वों को देश के सेकुलर संविधान में विश्वास रखने वाली जनता ऐसे विघटनकारी तत्वों को इस चुनाव में परास्त करने का मन बना चुकी है।
रिजवी ने कहा है कि आम चर्चा है कि भाजपा के पास ऐसे ही उन्मादी एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करने वालो को टिकट देकर उपकृत किया जाता है तथा चुनावी माहौल को विस्फोटक बनाया जाता है।
आम चर्चा है कि भाजपा अपने उन कार्यकर्ताओं को कभी बढ़ावा नही देती जो धर्मनिरपेक्ष सोच के पक्षधर रहते है। यह भी कहा जाता है कि भाजपा आरएसएस की सिफारिश पर सक्रिय कार्यकर्ताओ की उपेक्षा कर आऊटसोर्सिग के अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले प्रत्याशियों को बलात थोपने में माहिर है।
साधु संत एवं सन्यासियो ंको चुनाव में खड़ा कर भाजपा व संघ केवल मतदाताओं का भावनात्मक दोहन करने की मुहिम चलाकर वोट हथियाना चाहती है। देश की जागरूक जनता भाजपा के अलगांववादी भावनात्मक दोहन के भाजपाई हथकंडो से परिचित है तथा इस बार भाजपा के झांसे में आने वाली नही है।