पॉलीथिन के खिलाफ फिर चला अभियान…हजारों रूपयों का जुर्माना….90 किलो माल बरामद..आयुक्त ने कहा लगातार होगी कार्रवाई

BHASKAR MISHRA
बिलासपुर–सोमवार को निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय के आदेश पर निगम अमला ने बहुत दिनों बाद एक बार फिर पालिथीन के खिलाफ सघन अभियान चलाया। अभियान में पर्यावरण संरक्षण टीम ने समर्थन किया। पालिथीन के खिलाफ सघन कार्रवाई में  संयुक्त टीम ने व्यापार विहार और शनिचरी के संस्थानों में छापा मार कार्रवाई कर करीब 90 किलो पालिथीन जब्त किया गया। संस्थानों पर 4700 रुपए जुर्माना लगाया।
                    निगम आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय के आदेश पर प्रतिबंधित पाॅलीथिन के खिलाफ बहुत दिनों बाद एक बार फिर सघन अभियान चलाया गया। कार्रवाई में निगम के साथ पर्यावरण संरक्षण मंडल की टीम भी शामिल हुआ। संयुक्त टीम ने सोमवार को शनिचरी और व्यापार विहार में छापा मार कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान टीम को बड़ी सफलता मिली है। करीब 90 किलो पाॅलीथिन जब्त किया गया है। पशु चिकित्सालय स्थित राजकुमार परफ्यूमर के ठिकाने से करीब 80 किलो, शनिचरी में सुरेश श्रीवास और गुरुदेव प्लास्टिक से करीब 11 किलो पालिथीन बरामद किया गया है।
                टीम को विनोदफुटवेयर से भी प्रतिबंधित पाॅलीथिन जब्त करने में सफलता मिली है। सभी संस्थानों से 4700 रुपए जुर्माना भी वसूला गया है। बताते चलें कि निगम की शहर के मुख्य बाजार और व्यावासायिक क्षेत्रों में लगातार निरीक्षण कार्रवाई चल रही है। निरीक्षण के दौरान निगम प्रशासन डस्टबीन रखने और स्वच्छता बनाए रखने को लेकर पालीथिन उपयोग नहीं करने की बात कह रहा है। व्यवसायियों को जाग प्रतिबंधित पालिथीन नहीं रखने की सलाह दी जा रही है।
                 कार्रवाई में स्वास्थ्य अधिकारी डा. ओंकार शर्मा, स्वच्छता निरीक्षक प्रमोद दुबे, आलोक सिंह ठाकुर, उप अभियंता संदीप श्रीवास्तव,केशरी, अजय वर्मा और पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
 
लगातार कार्रवाई का आदेश
                      निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि टीम को प्रत्येक दिन प्रतिबंधित पालीथिन के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है। प्रतिबंधित पालीथिन विक्रेताओं पर वैधानिक कार्रवाई करने को कहा गया है।
पालीथिन उपयोग नहीं करने की अपील
कमिश्रर ने कहा कि पालीथिन केरीबैग पर शासन ने पूर्णतः प्रतिबंध लगाया है। बावजूद इसके पालीथिन का उपयोग हो रहा है। इसकी वजह खुद हम लोग है। बाजार जाने पर पालीथिन की मांग करते हैं। पालीथिन पर्यावरण का दुश्मन है।  कचरे के रूप में गंदगी फैलती है। पशुधन की हानि होती है। इसे रोकने व्यवहार में परिवर्तन लाना जरूरी है। शहर को प्रदूषण मुक्त करने, स्वच्छता बनाए रखने और पशुधन की हानि रोकने के लिए शहरवासियोें से पालीथिन केरीबैग का उपयोग बंद करना होगा।
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