कार्मिक निर्देशक झा ने कहा…मां के त्याग और बलिदान को चुकाना नामुमकिन…कैन्डल जलाकार दिया संदेश..जीवित रहे सेवा भावनाएं

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–एसईसीएल में नर्सेस और मदर्स-डे गरिमामय माहौल में मनाया गया। इंदिरा विहार स्थिति प्रियदर्शिनी हाॅल में एसईसीएल निदेशक (कार्मिक) डाॅ. आर.एस. झा के मुख्य आतिथ्य और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्रमुख चिकित्सा सेवाएॅं डाॅ. मिनाक्षी देव ने ’’अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग डे’’ और ’’मदर्स डे’’ के महत्व पर प्रकाश डाला।
                   कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्जवलन किया। मुख्य अतिथि डाॅ. आर.एस. झा द्वारा समस्त उपस्थित नर्सेस को केन्डल सेरेमनी में शपथ ग्रहण कराया।  केक कटिंग सेरेमनी कर नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेन्स नाइटिंगेेल के जन्म दिन को स्मरण किया। अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि खुशी है कि आपने ’’नर्सिंग डे’’ एवं ’’मदर्स डे’’ के इस शुभ अवसर पर आमंत्रित किया। मदर्स किसी भी बच्चे की पहली गुरू होती है। जीवन में मां के त्याग और बलिदान के ऋण को कभी भी चुकाया नहीं जा सकता। मदर्स सदैव वंदनीय है।
           झा ने बताया कि दुनिया भर में स्वास्थ्य रखरखाव से संबंधित सबसे बड़ा पेशा है। लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में नर्सों का बड़ा योगदान है। नर्सेस मरीजों को मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और चिकित्सीय तौर पर फिट होने में मदद करती हैं। इस दिन र्सों के योगदान को रेखांकित किया जाता । सम्पूर्ण समाज नर्सों के महत्व से अवगत होता है। नर्सों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। विभिन्न क्षेत्रों से पधारे हमारे सेवानिवृत्त नर्सेस का स्वागत है। खुशी जाहिर करते झा ने आव्हान किया कि कार्यक्रम में एक केन्डल से दूसरा केन्डल जलाकर संदेश दिए हैं कि मानवसेवा की श्रृंखला बनाकर आगे बढ़ते रहें।
                       कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख (चिकित्सा सेवाएॅं) डाॅ. मिनाक्षी देव ने सभी का स्वागत किया। उन्होने प्रकाश डाला कि नर्सेस डे सर्वप्रथम 1965 में मनाया गया। नर्सेस चिकित्सा क्षेत्र में जिस समर्पण से कार्य करती हैं…अतुलनीय है। बिना नर्स स्टाफ के सहयोग के चिकित्सा सेवा का कार्य कर पाना संभव नहीं है।
          कार्यक्रम में एसईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों मनेन्द्रगढ़, कोतमा, भालूमाड़ा, मुख्यालय बिलासपुर, इंदिरा विहार डिस्पेंसरी एवं वसंत विहार डिस्पेंसरी, हसदेव क्षेत्र, जोहिला क्षेत्र, कोरबा क्षेत्र, दीपका क्षेत्र, गेवरा क्षेत्र, सोहागपुर क्षेत्र, बैकुण्ठपुर क्षेत्र के नर्सेस और स्टाफ मौजूद थे। एसईसीएल से सेवानिवृत्त हो चुके नर्सिंग स्टाफ का मुख्य अतिथि के करकमलों से शाल, श्रीफल, प्रेरणादायी पुस्तकें व पुष्पगुच्छ से आत्मीय स्वागत किया गया। उपस्थित नर्सेस को भी प्रेरणादायी पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया गया।
                     इस अवसर पर मुख्य प्रबंधक (का-प्रशा/जनसंपर्क/राभा) पी. नरेन्द्र कुमार, डाॅ. एम.टी. टिकास सीएमएस इंचार्ज इंदिरा विहार डिस्पेंसरी, डाॅ. बेहरा सीएमएस गेवरा, डाॅ. सोनखुसरे सीएमएस बिलासपुर, डाॅ. ए.के. जैन वसंत विहार डिस्पेंसरी, डाॅ. ए.के. शर्मा सीएओ, डाॅ. एसडी मिश्रा डिप्टी सीएमओ, इंदिरा विहार व वसंत विहार डिस्पेंसरी के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व शेफाली घोष और दीपा दास ने निभाया। धन्यवाद ज्ञापन शेफाली घोष ने किया।
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