बिलासपुर— चाक चौबंद पुलिस व्यवस्था के बीच आज ऋद्धि सिद्धी के दाता भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन देर तक चलता रहा। मध्यरात्री तक करीब 250 से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका था। खबर लिखे जाने तक विसर्जन का सिलसिला बना रहा। इस दौरान पुलिस टीम ने शांति व्यवस्था को बनाए रखने का बेहतर परिचय भी दिया।
अनंत चतुर्थी पर भक्तों ने आमोद प्रमोद और बुद्धि के देवता भगवान लम्बोदर का शान शौकत के साथ विदा किया। इस शर्त के साथ कि गणपति बप्पा भक्तों के आह्वान पर फिर दर्शन देने आंएंगे। छठ घाट पर मध्यरात्री तक भगवान गणेश के जयकारे लगते रहे। ढोल ताशे के बीच विसर्जन करने वाली मूर्तियों का तांता नहीं टूटा। मूर्ती विसर्जन स्थल पर स्वयंसेवी संगठनों और पुलिस ने व्यवस्था को लेकर जमकर पसीना बहाया। भक्तों ने भी अन्य वर्षों की तुलना में प्रशासन की शांति व्यवस्था बनाने में भरसक सहयोग दिया।
भगवान गणेश को विदा करने लोग दोपहर से ही छठ घाट पर लावा-लश्कर के साथ पहुंचने लगे थे। पुलिस प्रशासन ने एक दिन पहले ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर छठ घाट पर व्यापक इंतजाम किया हुआ था। श्रद्धालुओं ने भी प्रशासन का सहयोग दिया। देर रात तक विसर्जन का सिलसिला शांति पूर्ण चलता रहा। व्यवस्था को देखने पुलिस कप्तान अभिषेक पाठक और नव नियुक्त आईपीएस सीएसपी मोहति गर्ग भी व्यवस्था का जायजा लेने छठ घाट पहुंचे। दोनों ने संतोष भी जताया।
बाजे गाजे के बीच भक्तों ने गणपत्ति बप्पा को भक्ति भाव से उन्हें विदा किया। इस दौरान स्वयं सेवी संगठन खासतौर पर पाटलीपुत्र समिति के पदाधिकारियों ने भी कदम से कदम मिलाकर व्यवस्था और व्यवस्थापक के बीच सेतु का काम किया। भक्ति का परिचय देते हुए कार्यक्रम में जमकर पसीना बहाया। एस.पी.सिंह,रामप्रताप सिंह और रोशन सिंह समेत साथियों ने व्यवस्था को बनाए रखने की अपील लोगों से करते हुए दिखाई दिये। तोरवा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी, सरकंडा थाना प्रभारी एसएन शुक्ला समेत अन्य थाना प्रभारी और पुलिस जवानों ने चप्पे पर नजर बनाए रखा।
मालूम हो कि कलेक्टर के आदेश के बाद पीओपी की मूर्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। पुलिस जांच अभियान के दौरान भक्तों और कलाकारों और व्यापारियों में बहुत आक्रोश था। लेकिन आज वह आक्रोश कहीं नजर नहीं आया। इस बात के मद्देनजर समय-समय पर एडिशनल एसपी प्रशांत कतलम,सीएसपी लखन पटले और पुलिस के अन्य आलाधिकारियों की नजरे विसर्जन करने वालों पर बराबर बनी रही।