शिक्षा कर्मियों की पदोन्नति के विरोध पर बिफरे फेडरेशन के नेता, कहा – दुर्भावना से प्रेरित

Shri Mi
2 Min Read

क्रमोन्नति/समयमान वेतनमान, प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी,छग सहायक शिक्षक फेडरेशन,रायपुर।छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारी संघ ने शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने कर्मचारियों के लिए राज्य शासन द्वारा चलाये जा रहे पदोन्नति प्रक्रिया के विरोध में ज्ञापन दिया है।जिसमें संविलियन से आये शिक्षाकर्मियो को पदोन्नति नही दिए जाने का दलील दिया गया है।जो राज्य कर्मचारी संगठन के दुर्भावना से प्रेरित है.सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे

             
Join Whatsapp Groupयहाँ क्लिक करे

इसका विरोध करते हुए सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय कोषाध्यक्ष/प्रान्तीय संयोजक शिव सारथी ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा हमे बकायदा 1 जुलाई 2018 की स्थिति में शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया है।

वह भी हमारे प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर वरिष्टता सूची जारी कर ऐसे में विभाग द्वारा पूर्व सेवा अवधी की गणना करते हुए पदोन्नति दिए जाने की प्रक्रिया आरम्भ किया गया है। जिस पर आपत्ति जताना सरासर गलत और दुर्भावना से प्रेरित है जबकि नियमित शिक्षको का प्रमोशन हर वर्ष होता है यह तक पीजी डिग्रीधारी नियमित सहायक शिक्षको को डायरेक्ट व्याख्याता के पद पर जम्पिंग प्रमोशन दिया गया क्या ओ सही था।

अब अगर वर्षो बाद हमारे लिए पदोन्नति का रास्ता खुल रहा है तो इस पर किसी भी संघ के द्वारा रोड़ा लगाना विकृत मानसिकता को दर्शाता है।

छग सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रान्तीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा सहित प्रान्तीय संयोजक सुखनन्दन यादव,अजय गुप्ता रंजीत बनर्जी,छोटेलाल साहू ,बलराम यादव,अश्वनी कुर्रे, संकीर्तन नन्द,बसन्त कौशिक,हुलेश चन्द्राकर सहित संभागीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, सिराज बख्श,रवि लोहसिंघ, कौशल अवस्थी,शिव मिश्रा ने शिक्षाकर्मियो के पदोन्नति प्रक्रिया का विरोध करने वाले राज्य कर्मचारी संघ की भर्सना किया है।और कहा है कि भविष्य में ऐसे दुर्भावनापूर्ण कार्य का मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close