VIDEO:जब कांग्रेस नेताओं ने कहा-मेन्टनेन्स का नहीं चलेगा बहाना..भाजपाई मानसिकता से बाहर निकलो..जनता को चाहिए योजना का लाभ

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का एक प्रतिनिधिमंडल तिफरा स्थित संभागीय बिजली कार्यालय पहुंचकर अघोषित बिजली कटौती विरोध किया। जानना चाहा कि आखिर क्या कारण है कि सरकार बदलते ही सरप्लस बिलजी उत्पादन के बाद भी कटौती की जा रहहैी । जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि बिजली विभाग के कर्मचारी सरकार बिजली बिल हाफ योजना को पलीता लगाने की साजिश कर रहे हैं। भाजपाई मानसिकता से बाहर आने को तैयार नहीं है। मेन्टेन्स के नाम पर बहुत अधिक दिनों तक बहाना नहीं चलेगा। यदि शासन की योजनाओं को पलीता लगाने का प्रयास किया जाएगा तो इसके गंभीर परिणाम भी होंगे। संभागीय प्रमुख ने कहा कि शिकायतों को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। आश्वासन दिया कि पन्द्रह दिनों के अन्दर पंचायत से लेकर निगम तक वार्डों में शिविर लगाकार समस्या का तत्काल निवारण भी किया जाएगा।

             
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                     अघोषित बिजली कटौती को गंभीरता से लेते हुए जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण प्रमुख विजय केशरवानी की अगुवाई में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिंडल ने तिफरा स्थित संभागीय प्रमुख से मिलकर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान विजय केशरवानी ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि बिजली अधिकारी जानबूझकर सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। भाजपाई मानसिकता से काम करते हुए जनता को आक्रोषित कर रहे हैं। विजय केशरवानी ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते जनता को बिजली बिल हाफ योजना का समुचित फायदा नहीं मिल रहा है।

                      केशरवानी ने संभागीय प्रमुख भीम सिंह पैकरा से कहा कि हमारे पास प्रमाणिक शिकायत है कि मीटर रीडिंग दो तीन महीने में एक बार इच्छा पर किया जाता है। जाहिर सी बात है कि लोगों को बिजली बिल हाफ योजना का फायदा नहीं मिलेगा। ऐसा लगता है कि ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है। इसके गंभीर परिणाम होंगे।

            विजय ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बिजली विभाग का काल सेन्टर नुमाइश का केन्द्र बनकर रह गया है। अब बहाना नहीं चलेगा कि हम चुनाव में है। अब तो लोकसभा का भी चुनाव हो गया है। आखिर वजह क्या है कि काल सेन्टर में फोन रीसिव करने वाला क्यों नहीं है। लोग अपनी परेशानी किसे बताएं। लाखों करोड़ों रूपए से बना काल सेन्टर ऐश आराम करने के लिए नहीं बल्कि जनता की समस्याओं को सुनने और निवारण के लिए बनाया गया है।

                इस दौरान बिजली कटौती को लेकर अधिकारियों के बयान पर विजय ने कहा कि हमें आपात स्थिति में बिजली बन्द होने की शिकायत नहीं। बल्कि दिन में पांच छः बार रात्रि में भी कमोबेश इतनी बार बिजली क्यों काटा जाता है। जबकि हमारे यहां सरप्लस बिजली का उत्पादन होता है। इससे जाहिर होता है कि बिजली विभाग भाजपा नेताओं के इशारे पर योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है। मानिटरिंग ठीक से नहीं की जा रही है। मेन्टेन्स के बहाना नहीं चलेगा। चाहे गांव हो या शहर योजना का लाभ सबको मिले। इसके लिए विभाग की जिम्मेदारी बनती है कि सतत मानिटरिंंग करे।

                        पत्रकारों से बातचीत के दौरान विजय केशरवानी ने बताया कि बिजली विभाग ने आश्वासन दिया है कि आने वाले पन्द्रह दिनों के बीच शहर से लेकर पंचायत तक क्लस्टर में बिजली समस्याओं को सुना जाएगा। उसका तत्काल निराकरण भी होगा। यदि अधिकारी अपनी आदतों और भाजपाई मानसिकता से बाहर नहीं आते हैं तो सरकार तक बात पहुंचाई जाएगी।

                  कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से विजय केशरवानी के अलावा कौशल पाण्डेय, आशीष शर्मा, यासीन खान,अमित यादव समेत अन्य लोग शामिल थे।

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