बिलासपुर । महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के अवसर पर हमारे देश की परिवहन व्यवस्था की जीवन रेखा होने के कारण इस राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान में भारतीय रेलवे की जिम्मेदारी भी बहूत अधिक है। भारतीय रेलवे में प्रतिदिन लगभग करोड़ो लोग सफर करते है और इतनी बड़ी संख्या में लोगो को एक अच्छे साफ सुथरे वातावरण में यात्रा की जिम्मेदारी एक अत्यधिक चुनौतीपूर्ण कार्य है अतः भारतीय रेलवे के द्वारा भी इस दिन राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान चलाया गया है।
इस क्रम में राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के तहत शुक्रवार को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय परिसर में सत्येन्द्र कुमार, महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की उपस्थिति में मुख्यालय के समस्त रेल अधिकारी एवं कर्मचारियों ने स्वच्छता की शपथ ली।
महात्मा गाॅधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नही थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी।महात्मा गाॅधी ने गुलामी की जंजीरो को तोड़कर माॅ भारती को आजाद कराया।अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें।मै शपथ लेता हूॅ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूॅगा और उसके लिए समय दूंगा। हर वर्ष 100 घंटे यानी सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूगां।मैं न गंदगी करूंगा न किसी और को करने दूंगा।सबसे पहलंे मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गांव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरूआत करूंगा। मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो देश स्वच्छ दिखते है उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नही करते और न ही होने देते है।
इस विचार के साथ मैं गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा।मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाउंगा।वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटे दे, इसके लिए प्रयास करूंगा।मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।
मुख्यालय में आयोजित इस राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान कार्यक्रम के संचालक मुख्य यत्रिक अभियन्ता एवं सभी विभागाध्यक्षों सहित बड़ी संख्या में उपस्थित सभी विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।