Chhattisgarh-नक्सलियों की साजिश हुई नाकाम आकाशीय बिजली गिरने से 68 लैंडमाइंस हुए ब्लास्ट

Shri Mi
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landmine ,blast,chhattisgarh,newsरामानुजगंज
 ( पृथ्वीलाल केशरी ) जिले के झारखंड सरहद से लगे नक्सल प्रभावित चुनचुना पुनदाग से लगे मुआख्यमार्ग में एक के बाद एक लगभग 50 लैंड माइंस ब्लास्ट से इलाके में दहशत का माहौल हैं। पुंदाग के नजदीक जब एक के बाद एक लैंड माइंस ब्लास्ट हो रहे थे,ठीक उसी समय पुंदाग से आगे झारखंड के गढ़वा जिला क्षेत्र में लगभग 18 लैंड माइंस ब्लास्ट हुए। वर्तमान में इस क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ कोई आपरेशन भी नहीं चलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि सारे लैंड माइंस पहले ही बिछाए गए थे। नक्सलियों की मंशा फोर्स को नुकसान पहुंचाने की रही होगी। क्षेत्र में भारी बारिश व सुरक्षागत कारणों से फोर्स वहां तक नहीं पहुंच सकी है। एंटी लैंड माइंस के साथ तकनीकी विशेषज्ञों की टीम को क्षेत्र में भेजने की तैयारी चल रही है।
जिले के झारखंड सरहद से लगे नक्सल प्रभावित चुनचुना-पुंदाग क्षेत्र में शाम को तेज गरज-चमक के साथ बारिश हो रही थी। उसी दौरान एक के बाद एक सीरियल धमाके की आवाज ग्रामीणों ने सुनी। ठीक उसी वक्त पुंदाग से आगे झारखंड के सीमा क्षेत्र में भी ब्लास्ट हुए। कुल मिलाकर 68 से अधिक लैंड माइंस ब्लास्ट होने की जानकारी देर शाम को ही पुलिस को मिल गई थी,लेकिन दूर होने से रात में पुलिस क्षेत्र की सर्चिंग में नहीं पहुंच सकी। सुबह ग्रामीणों की ओर से और पुख्ता जानकारी दी गई,लेकिन लगातार बारिश व सुरक्षागत कारणों को देखते हुए पुलिस टीम घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी थी।
ग्रामीणों की ओर से जो जानकारी सामने आई है,उसके मुताबिक जहां लैंड माइंस ब्लास्ट हुआ,वहां एक से डेढ़ फीट गढ्ढा हो गया है। आकाशीय बिजली गिरने से लैंड माइंस के चार्ज होकर ब्लास्ट होने का अनुमान लगाया जा रहा है, क्योंकि घटना के वक्त न तो इलाके में फोर्स का मूवमेंट था और न ही नक्सलियों के खिलाफ कोई आपरेशन ही चलाया जा रहा था। मौसम खराब रहने से ग्रामीणों की आवाजाही भी बंद थी।
ऐसे में अनुमान है कि नक्सलियों द्वारा ये ब्लास्ट नहीं किए गए हैं। पूर्व में ही सभी लैंड माइंस सीरिज में लगाए गए होंगे,जो तेज लाइटनिंग में चार्ज होकर ब्लास्ट हो गए। जब तक पुलिस की विशेषज्ञों और तकनीकी टीम मौके पर पहुंचकर जांच नहीं कर लेती,तबतक पुलिस भी स्पष्ट तौर पर मामले में कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीणों की ओर से सूचना मिली है। उसी सूचना के आधार पर तकनीकी टीम को भेजा जा रहा है।
 
क्षेत्र में दहशत का माहौल
लैंड माइंस ब्लास्ट होने के बाद से चुनचुना-पुंदाग क्षेत्र में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। घटना के बाद सामरी पुलिस के साथ सबाग व बंदरचुआ में तैनात सीआरपीएफ के जवान अलर्ट हो गए हैं। यहां सुरक्षा की दृष्टि से एक एंटी लैंड माइंस वाहन भी भेजा गया है।
कई चुनौती की के बाद भी सड़क अधूरा
नक्सल प्रभावित चुनचुना-पुंदाग में सबाग से पुंदाग तक सड़क निर्माण के कार्य को भी मंजूरी दी गई थी,लेकिन यह काम भी पूरा नहीं हो सका। सबाग से बंदरचुआ तक फोर्स की मौजूदगी में किसी तरह से सड़क निर्माण का काम पूरा किया जा सका है। सड़क निर्माण कार्य में लगी वाहनों व मशीनरी को नक्सलियों द्वारा पूर्व में आग लगा देने तथा एक सब इंजीनियर व ठेका कंपनी के मुंशी का अपहरण कर लिए जाने के बाद सड़क निर्माण बंद कर दिया गया था,जिससे निर्माण अब तक अधूरा पढ़ा हुआ है।
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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