नईदिल्ली।रिजर्व बैंक के डेप्यूटी गवर्नर विरल आचार्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस्तीफा अपना कार्यकाल खत्म होने के 6 महीने पहले ही दे दिया है. वह 23 जनवरी 2017 से इस पद पर बने हुए थे. ये पिछले 6 महीनों में दूसरी बार है जब किसी बड़े अधिकारी ने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले उर्जित पटेल ने 10 दिसंबर 2018 को आरबीआई गर्वनर के पद से इस्तीफा दिया था.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आचार्य इस्तीफे के बाद अब न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी में पढ़ाएंगे. उनका परिवार भी वहीं रहता है.
कौन हैं विरल आचार्य
विरल आचार्य आईआईटी मुंबई के छात्र रह चुके हैं. उन्होंने 1995 में साइंस और इंजीनियरिंग से ग्रैजुएशन की और फिर 2001 में न्यू यॉर्क यूनिवकर्सिटी से फाइनेंस में पीएचडी की. इसके बाद 2001 से 2008 तक लंदन बिजनेस स्कूल में रहे. आचार्य को उर्चिज पटेल की टीम का हिस्सा माना जाता था. पिछले कुछ वक्त से वे गर्वनर शक्तिकांत दास के फैसलों से अलग विचार रख रहे थे. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पिछली 2 मॉनिटरिंग पॉलिसी की बैठक में भी आचार्य की ग्रोथ रेट और महंगाई दर पर अलग राय थी. ऐसे में आचार्य के अचानक सामने आए इस इस्तीफे से सवालों का उठना लाजमी है।
वहीं दूसरी तरफ खबर ये भी है आर्चाय के इस्तीफे को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि वरिष्ठतम डेप्यूटी गवर्नर एन. विशवनाथन का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है. उनका कार्यकाल भी जल्द खत्म होने वाला है.