बिलासपुर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बिलासपुर कलेक्टर डॉ संजय अलंग की इस पहल की सराहना की है जिसमें उन्होंने केंद्रीय जेल में रह रही बच्ची खुशी का बड़े स्कूल में दाखिला कराया है।उन्होंने इसे मानवीय कदम बताते हुए जेल और स्थानीय प्रशासन को बधाई दी है।मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि हम सभी जनता के सेवक हैं ऐसे कदमों से जनता का सरकार और प्रशासन पर विश्वास बढ़ेगा।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
.बता दें कि 1 महीने पहले जेल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ संजय अलंग की नजर महिला कैदियों के साथ बैठी खुशी पर गई।तभी वे उससे वादा करके आए थे कि उसका दाखिला किसी बड़े स्कूल में कराएंगे।
दरअसल खुशी के पिता केंद्रीय जेल बिलासपुर में एक अपराध में सजायाफ्ता कैदी हैं।5 साल की सजा काट ली है।5 साल और जेल में रहना है। खुशी जब 15 दिन की थी तभी उसकी मां की मौत हो गई थी। पालन पोषण के लिए घर में कोई नहीं था।इसलिए उसे जेल में ही पिता के पास रहना पड़ा था। जब वह बड़ी होने लगी तो उसकी परवरिश का जिम्मा महिला कैदियों को दे दिया गया। वह जेल के अंदर यह संचालित प्ले स्कूल में पढ़ रही थी।
लेकिन वह जेल की आबोहवा से आजाद होना चाहती थी।कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान खुशी से बात की तो उसने कहा वह जेल से बाहर आना चाहती है। उसका मन बड़े स्कूल में पढ़ने का है। उसकी बात ने कलेक्टर को भावुक कर दिया उन्होंने तत्काल शहर के स्कूल संचालकों से बात की और इंटरनेशनल स्कूल के संचालक खुशी को एडमिशन देने तैयार हो गए।
सोमवार को कलेक्टर अपनी कार से उसे स्कूल लेकर पहुंचे।खुशी उनकी उंगली पकड़कर स्कूल के अंदर तक गई।खुशी स्कूल के हॉस्टल में रहेगी और वहां उसके लिए केयरटेकर की व्यवस्था की गई है।कलेक्टर ने केंद्रीय जेल में खुशी की तरह रह रहे 17 बच्चों के एडमिशन के लिए भी पहल करने की बात कही है।