बिलासपुर सीवरेज का मुद्दा विधानसभा में गरमाया…..कहां भाग गया ठेकेदार….? धरमजीत सिंह बोले – पहले नगर निगम में बरसों से कुंडली मारे अफसरों को हटाओ

Chief Editor
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Chhattisgarh Assembly,ts singhdeo,news,raipur,raman singh,chhattisgarhरायपुर ।  छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंगलवार को बिलासपुर के सीवरेज का मुद्दा गरमाया ।  यह सवाल लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने उठाया था और जानना चाहा कि  यह काम कब तक पूरा होगा ।  जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ .  शिव कुमार डहरिया ने जानकारी दी कि सिवरेज प्रोजेक्ट का काम  दिसंबर 2019 तक पूरा हो जाएगा  ।  इस मामले में गरमा –  गरम बहस के बीच धर्मजीत सिंह ने जोर दिया कि बिलासपुर का सीवरेज भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है ।  यहां वर्षों से जमे हुए नगर निगम के इंजीनियर और अधिकारियों को हटाए बिना इस तरह का कोई भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सकता  ।सीजीवाल डॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे
प्रश्नकाल में धर्मजीत सिंह ने सवाल किया था कि बिलासपुर नगरीय क्षेत्र में सीवरेज परियोजना की स्वी कृति कब मिली …। कब काम शुरू किया गया …. परियोजना की लागत क्या थी…। परियोजना कब तक पूरी की जानी थी ….। 20 जून 2019 की स्थिति में कितना कार्य पूर्ण किया गया ….। कितना शेष है…. कब तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है….। क्या परियोजना की लागत में वृद्धि हुई….यदि हाँ तो कितनी … क्यों ….। इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं….।

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जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव शिव डहरिया ने जानकारी दी कि बिलासपुर सीवरेज प्रोजेक्ट  के लिए 2007  – 8 में स्वीकृति दी गई थी। सीवरेज पाइपलाइन विस्तार कार्य  और सीवरेज पंपिंग  निर्माण कार्य दिनांक 17 – 11 2008 को और सीवरेज ट्रीटमेंट निर्माण कार्य  19- द6 – 2009 को प्रारंभ किया गया । परियोजना की लागत 190.05 करोड़ रुपए थी। परियोजना दिनाँक 5 – 10 – 2010 तक पूरी की जानी थी। परियोजना कार्य की लागत में 112.69 करोड़ की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि परिस्थितिजन्य कारणों से होने के कारण जिम्मेदारी निर्धारित किया जाना संभव नहीं है।
जवाब में यह बात सामने आई  कि सीवरेज का काम  2007 – 8 में शुरू किया गया था उस समय उसकी लागत 190 करोड़ थी जो अब बढ़कर 320 करोड़ हो गई है  । मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि या प्रोजेक्ट पिछली सरकार का है और उस दौरान हुई गड़बड़ियों की वजह से काम पूरा नहीं हो सका है  । जिसे दुरुस्त किया जाएगा  । 15 साल से व्यवस्था खराब है  । उसे ठीक करेंगे  । पिछली सरकार नें घुरूआ बना डाला है।
इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि  सीवरेज योजना का डीपीआर गलत बनाया गया है और नगर निगम के इंजीनियर  / अधिकारी मनमाना तरीके से काम कर रहे हैं   । जिसकी वजह से यह प्रोजेक्ट अब तक पूरा नहीं हो सका है , इससे ही लागत बढ़ी है और इसकी वजह से  बिलासपुर के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।  उन्होंने पूछा की क्या सीवरेज के पंपिंग स्टेशन का परीक्षण किया गया है ।  क्या ठेकेदार अभी काम कर रहा है  ।  उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि जो लोग नगर निगम में  सब इंजीनियर  थे वही पिछले 25 साल से चीफ इंजीनियर बन कर बैठे हैं ।
उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है   ।  जिसके चलते नगर निगम का काम प्रभावित हो रहा है  । धमजीत  सिंह ने कहा कि जो लोग पिछले 5 साल से अधिक समय से नगर निगम में कुंडली मारकर बैठे हैं  , ऐसे अधिकारियों को तत्काल हटाया जाना चाहिए  । इन अधिकारियों को जब तक नहीं हटाया जाएगा  । तब तक बिलासपुर में कोई भी योजना पूरी नहीं हो सकती  । जवाब में मंत्री डॉक्टर शिव डहरिया ने बताया कि  सीवरेज प्रोजेक्ट का काम दिसंबर 2019 तक पूरा कर लिया जाएगा  ।
उन्होंने यह भी कहा की जिन अधिकारियों ने इस योजना में गलत किया है  । उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे । सीवरेज प्रोजेक्ट  पर  चर्चा के दौरान बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि सीवरेज प्रोजेक्ट पर जब मीटिंग बुलाई गई थी तो बताया गया कि अब सिर्फ 2 फ़ीसदी काम बचा है ।  लेकिन अब कहा जा रहा है कि  85 प्रतिशत काम हुआ है  । शैलेश पांडे ने यह भी कहा कि सीवरेज प्रोजेक्ट का ठेकेदार भाग गया है ।  जिससे काम अधूरा है जगह-जगह गड्ढे होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।  इस चर्चा में विधायक धर्मजीत सिंह ने यह भी कहा कि अधिकारी योजना की गलत जानकारी दे रहे हैं  । वास्तविक स्थिति को देखने के लिए मंत्री को बिलासपुर आना चाहिए । इस पर मंत्री ने सहमति जताई ।
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