कांग्रेस नेता अटल ने कहा…अच्छा होता श्वेत पत्र जारी करने को कहते…आखिर किसे बचाना चाहते हैं..लोरमी विधायक

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—कांग्रेस नेताओं ने जनता कांग्रेस नेता धरमजीत सिंह के सदन पर उठाए गए सवाल पर प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेताओं ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि लोरमी विधायक को यदि शहर की इतनी ही चिंता है तो उन्हें अपने सवाल में सिवरेज प्रोजेक्ट की जांच को मुद्दा बनाना चाहिए था। बेहतर होता कि धरमजीत ने सिवरेज भ्रष्टाचार को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग करते।

                   बताते चलें कि एक दिन पहले सदन में जनता कांग्रेस नेता और लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने बिलासपुर में चल रहे सिवरेज परियोजना के काम काज को लेकर सवाल किया था। धरमजीत ने सदन में कहा कि 11 साल से तीन साल में खत्म होने वाली परियोजना का काम खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। 20 साल से निगम में कुण्डली मारकर बैठे कर्मचारियों को हटाया जाए तो परियोजना का कल्याण संभव है।

                                  मामले में प्रतिक्रिया जारी कर कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव और प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि धरमजीत ने सिवरेज को लेकर पूरा दोष निगम अधिकारियों और इंजीनियरों पर थोप दिया है। ऐसा लगता है कि लोरमी विधायक किसी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। बेहतर होता कि लोरमी विधायक ने सिवरेज प्रोजेक्ट की जाॅच की माॅग करते।

                 अटल और अभय ने कहा कि तात्कालीन सरकार की भ्रष्ट कारनामों की पुलिंंदा सदन में रखते। लेकिन धरमजीत सिंह ने ऐसा कुछ नही किया। बल्कि सिवरेज योजना की फेल होनी की जिम्मेदारी उन्होने निगम इंजीनियरों और अधिकारियों के सिर मढ़ दी है। जबकि धरमजीत सिंह को सिवरेज .योजना को पलीता लगाने वाले चेहरों को उजागर करना चाहिए था। सिवरेज परियोजना में हुए भ्रष्टाचार की कलई खोलनी थी। अफसोस उन्होंने ऐसा नहीं किया।

                    कांग्रेस नेताओं ने पूर्व सरकार के मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह सिवरेज प्रोजेक्ट को पाल पोस कर भ्रष्टाचार की तरफ धकेला, उस पर श्वेत पत्र की मांग लोरमी विधायको करनी चाहिए थी। विभागीय गतिविधी पर अपराध दर्ज करने की भी माॅग करनी चाहिए थी।

              अटल श्रीवास्तव ने कहा कि बिलासपुर की चिन्ता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शहर विधायक शैलेश पाण्डेय को अच्छी तरह से है। सीवरेज को लेकर दोनों नेता संजीदा भी है। जब नियम से काम करने की बारी आयी तो ठेकेदार भाग गया। बताना जरूरी है कि ठेकेदार कही भी भागे उसे बख्शा नहीं जाएगा। दोषी कोई भी हो…उसे सजा मिलेगी। शहर का विकास भी तेजी से होगा।

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