बैगा आदिवासी युवक की मौत…साजिश या प्राकृतिक…आप नेता हुपेन्डी ने कहा…जांच टीम करेगी खुलासा

BHASKAR MISHRA
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कवर्धा/जगदलपुर— आम आदमी पार्टी की छः सदस्यीय जांच टीम कवर्धा जिले के चिल्पी घाटी स्थित बेंदा गांव पहुंची। पीड़ित परिवार के परिजनों से मिलकर शोक जाहिर करते हुए नेताओं ने कहा न्याय दिलाने  के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे।जानकारी हो कि तीन दिन पहले आदिवासी बैगा युवक हरिश्चन्द्र की मौत आबकारी विभाग के कस्टडी में हो गयी। मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
                            आम आदमी पार्टी की टीम कवर्धा जिला के ग्राम बेंदा गांव पहुंची। तीन दिन पहले आबकारी विभाग की कस्टगी में फांसी पर झूलने वाले युवक के परिजनों से बातचीत की। मृतक के परिजनों से मिलकर आप प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी ने दुख और शोक जाहिर किया। हुपेन्डी ने पीड़ित परिवार को दस रूपए सहयोग राशि भी दिया।
                      आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी ने बताया कि  तीन दिन पहले बैगा युवक हरिचंद को आबकारी विभाग के  अधिकारी पकड़ कर कवर्धा ले गए। आबकारी विभाग की कस्टडी में ही उसकी मौत हो गई। पार्टी ने छः सदस्यीय टीम का गठन कर मौत के तह तक जाने का निर्देश दिया है। टीम ने  मृतक बैगा युवक के परिजनों से भेंट मुलाकात वास्तविकता को जानने का प्रयास किया है।
                    बताते चलें कि आम आदमी पार्टी की जांच टीम में प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपन्डी के अलावा सन्तराम सलाम,यीसू चांदने ,मनोज गुप्ता,पवन चंद्रवंशी,महेश वर्मा शामिल है। हुपेन्डी ने बताया कि आदिवासी बैगा हरिश्चन्द्र की मौत कानून व्यवस्था को हिला देने वाला है। जनता सकते में है। हम लोग पता लगाने का प्रयास करेंगे कि आखिर मौत की मुख्य वजह क्या है। कहीं बैगा युवक की हत्या करने के बाद आत्महत्या का रूप तो नहीं दिया गया है। हम लोग पीएम रिपोर्ट की भी मांग करेंगे।
अव्यवस्था की वर्षगांठ
 शनिवार को डिमरापाल स्थित मेकाज की पहली वर्षगांठ को आप नेताओं ने हाथों में स्लोगन लिखकर मौन प्रदर्शन कर मनाया। आप नेताओं ने पहली वर्षगांठ को 10 किलो का केक काटकर मनाया।  गांंधीगिरी कर रहे आप नेताओं ने बताया किसाल भर में लगभग 9 सौ से अधिक मौत हो चुकी है। हजारों लोगों को रेफेर किया गया है। अस्पताल में ब्लड बैंक, सिटी स्कैन, एमआरआई, एक्सरे, सोनोग्राफी, विशेषज्ञ चिकित्सकों का आभाव है। अस्पताल इन्टर्नस के  भरोसे चल रहा है। मरीजों की इलाज में घोर लापरवाही हो रही है। मरीजों और परिजनों के साथ बदसलूकी किया जा रहा है।
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