बिलासपुर सेन्ट्रल जेल में पं. माखनलाल चतुर्वेदी का स्मारक बरकरार रखने महापौर किशोर राय ने CM भूपेश बघेल को सौंपा पत्र

Shri Mi
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रायपुर। महापौर किशोर राय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र सौंपकर बिलासपुर सेंट्रल जेल में राष्ट्रकवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी के स्मारक की पुनर्स्थापना का अनुरोध किया है  । जिस पर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है ।महापौर किशोर राय सोमवार को रायपुर में नवनियुक्त राज्यपा अनुसूया उइके के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे ।  जहां उन्होंने नवनियुक्त राज्यपाल को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया और शुभकामनाएं दी।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

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इस अवसर पर श्री राय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात की और उन्हें बिलासपुर सेंट्रल जेल में पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का स्मारक बनाने के संबंध में एक पत्र सौंपा । उन्होंने पत्र में लिखा है कि समाचार पत्रों के जरिए यह जानकारी मिली है कि बिलासपुर सेंट्रल जेल में बैरक नंबर 9 राष्ट्रकवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का स्मारक बनाया गया था । उसे जेल प्रशासन ने तोड़ दिया है । यह दुर्भाग्य जनक है ।

स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारक का सम्मान हर हाल में बरकरार रहना चाहिए । ताकि हम भावी पीढ़ी को प्रेरित कर सकें ‌।उन्होंने लिखा है कि   कवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी 5 जुलाई 1921 से लेकर 1 मार्च 1922 तक बैरक नंबर 9 में कैद रहे । इस दौरान उन्होंने पुष्प की अभिलाषा कविता लिखी  ।जिसने आजादी की चिंगारी को सारे देश में हवा दी ।

पंडित जी के योगदान और उनके द्वारा बिलासपुर जेल में किए गए सृजन से सारे देश में बिलासपुर का गौरवपूर्ण स्थान बन चुका है  । 1989 में सेंट्रल जेल के बैरक नंबर 9 को राष्ट्रकवि का स्मारक बनाने के लिए साहित्यकार एवं पत्रकार पंडित श्यामलाल चतुर्वेदी ने उस समय के कलेक्टर उदय वर्मा से मिलकर अथक प्रयास किया ।

इसी कोशिश की वजह से बैरक नंबर 9 को स्मारक के रूप में सुरक्षित रखा गया था  । जेल प्रशासन द्वारा उक्त स्मारक को तोड़ कर दो मंजिले बैरक का निर्माण किया गया है । निर्माण अभी अधूरा है।

 महापौर किशोर राय ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इस बैरक को हटाकर उसी स्थान पर राष्ट्र कवि के स्मारक की पुनर्स्थापना की जाए  ।स्मारक रूपी बैरक के खिड़की दरवाजे अभी जेल परिसर में ही है ।
इसकी पुनर्स्थापना से हम देश के प्रति प्राणों की आहुति देने वाले सेनानियों की स्मृति को भावी पीढ़ियों के लिए सुरक्षित कर सकेंगे ।मुख्यमंत्री ने महापौर को इस संबंध में कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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