युवा इंजीनियर का ऐलान..बिलासपुर से भी निकलेंगे सुपर 30 बच्चे…गरीब होनहार छात्रों के लिए समर्पित जीवन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— सुपर 30 का असर हो या नहीं…इस बात की जानकारी कितनों को है …फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन बिलासपुर के युवा इंजीनियर ऐलान किया है कि मै अपनी शिक्षा को गरीब प्रतिभावान बच्चों को समर्पित करता हूं। मेरा मानना है कि बिलासपुर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लेकिन अर्थाभाव के कारण प्रतिभाओं की भ्रुण हत्या हो रही है। गरीब प्रतिभावान बच्चों को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए मुझे जितना भी प्रयास करना पड़े..करूंगा। यह बातें एमटेक डिग्रीधारी मयंक अग्रवाल ने कही। आत्मविश्वास से भरपूर मयंक ने कहा मेरा सपना जरूर सच होगा। क्योंकि मुझे अपने माता पिता से मिले संस्कार और साथियों के हौसलों पर विश्वास है।
                                 इतिहास गवाह है कि शिक्षा को जिसने भी डूबकर समझा…उसी ने ही समाज को नई दिशा दी है। वरना इबारत पढ़ने वालों को अच्छी नौकरी मिल ही जाती है। लेकिन शिक्षा को ईबादत समझने वाले कम ही है। जिसने शिक्षा को ईबादत के रूप में लिया…वह या तो सुपर 30 का आनन्द बन गया…अथवा मंयक अग्रवाल जैसा होनहार युवा इंजीनियर बनकर सामने आया।
                         युवा इंंजीनियर मयंक अग्रवाल का सामाजिक गतिविधियों से नजदीक से नाता है। पिता ललित अग्रवाल पीएनबी के वरिष्ठ प्रबंधक और बैंकर्स क्लब के समन्वयक होेने के साथ ही आईबोक के प्रदेश पदाधिकारी हैं। ललित अग्रवाल की गिनती प्रदेश में अच्छे बैंकरों में होती है। कुछ ऐसा ही स्वभाव उनके पुत्र मयंक अग्रवाल का है।
                        स्ट्रक्चरल इंजीनियर में एमटेक मयंक अग्रवाल ने लोगों को उस समय सोचने को मजबूर कर दिया…जब उन्होने एलान किया कि अब आर्थिक रूप से गरीब प्रतिभावन बच्चों को अपना जीवन समर्पित करेंगे। बिलासपुर में रहकर सुपर 30 प्रतिभावान बच्चों को न्याय दिलाने के लिए तन मन से सेवा करेंगे। मयंक ने बताया कि बिरले ही लोग आर्थिक अभाव में रहकर प्रतिभा के अनुकूल सफलता को हासिल करते हैं।  पालक की आर्थिक स्थिति अच्छी नही होने और योग्य मार्गदर्शन के अभाव में प्रतिभाएं धूल का फूल बनकर रह जाती हैं। लेकिन हमारा प्रयास होगा कि प्रतिभावान बच्चों के साथ इसकी पुनरावृत्ति ना हो।
              मयंक के एलान करने के बाद रोटरी क्लब क्वींस की अध्यक्षा पायल लाठ ने फैसले का स्वागत किया है। पायल ने बताया कि सुपर 30 देखने के बाद उनके मन भी इस तरह के विचार आए हैं। हमें मयंक अग्रवाल जैसे युवा इंजीनियर पर नाज है। सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी है।हम व्यक्तिगत रूप से जानते हैं कि मयंक अग्रवाल बहुत प्रतिभावान और सांस्कारिक हैं। हम उनके प्रयासों में कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।
                        उन्होंने हमारे सामने प्रस्ताव रखा…उनके नेक इरादों को जानकर बहुत खुशी हुई है। हमने उनके इरादों का सम्मान करते हुए अपनी सहर्ष सहमति भी दी है। दोनो मिलकर मगरपारा में सेटअप तैयार कर रहे हैं। कक्षा 8 से 10 की प्रतिभाओं को निःशुल्क  मार्गदर्शन देंगे। बच्चों को ना केवल स्कूली शिक्षा में प्रवीण बनाएंगे….बल्कि भविष्य में उन्हें टेक्निकल परीक्षाओं के लिए तैयार करेंगे। चूंकि मयंक अग्रवाल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर होनहारों को सही रास्ता दिखाने का हैं। इसलिए हमने पैसला किया है कि योग्य लेकिन आर्थिक रूप  से कमजोर परिवार के प्रतिभावान बच्चों को उनकी मंजिल तक पहुंचाकर ही सांस लेंगे। ऐसे परिवार हमसे  9752404007, 8770078060 से सम्पर्क कर सकते हैं।
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