बिलासपुर—अरपा भैंसाझार डुबान क्षेत्र के पीड़ितों ने जिला कार्यालय पहुंचकर मुआवजे की मांग की है। पीड़ित ने बताया कि गांव के सभी लोगों का प्रशासन ने मुआवजा का भुगतान कर दिया है। यहां तक की आस पड़ोस के लोगों को भी मुआवजा मिल चुका है। लेकिन दो लोगों को आज तक मुआवाजा नहीं दिया गया। हम लोग जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन हमारी आवाज को कोई सुनने वाला नहीं है।ग्रामपंचायत जोगीपुर के सुखनन्दन पटेल और सुरज बाई ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। दोनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें जानबूझकर मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। हम लोग पिछले 35 साल से जमीन पर काबिज हैं। जमीन पर हमारा घर भी बना हुआ है। यहां तक की आस पड़ोस के लोगों को मुआवजा मिल चुका है। केवल हम दोनों को ही मुआवजा नहीं दिया गया।सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp Group से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
सुखनन्दन और सुरज बाई ने बताया कि कई बार हम लोगों ने प्रशासन से लिखित में बताया कि हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। लेकिन आज तक हम लोगों को न्याय नहीं मिला है। सुरज और सुखनन्दन ने जानकारी दी कि अरपा भैंसाझार योजना में उनका भी घर डूब क्षेत्र में आता है। चुंकि भैंसाझार से पानी छोड़ दिया गया है। अधिकारी लोग जबरदस्ती मकान खाली करवा रहे हैं। जबकि अभी तक मुआवजा तक नहीं मिला।
दोनों पीड़ितों ने बताया कि यदि घर छोड़ भी दें तो कहां रहेंगे। हम लोग गरीब हैं। रूपए भी नहीं है। ऐसी सूरत में मकान बनाने का सवाल ही नहीं उठता है। प्रशासन से हमारी मांग है कि या तो हमें घर बनाकर शिफ्ट करे। अथवा मुआवजा दे..हम लोग कहीं भी घर बना लेंगे। बिना व्यवसस्था के घर छोड़ने वाले नहीं है।