कोचिया बन गया जैन्टमैन…शराब की अफरा-तफरी में गया था जेल…कम्पनी ने बनाया मुंगेली जिला रीजनल मैनेजर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—मूछें हो तो नत्थूलाल जैसी…शराबी फिल्म का डायलाग…विक्की वाधवानी पर सटीक बैठता है। आबकारी महकमें के कुछ लोगों ने तो कहना भी  शुरू कर दिया कि किस्मत हो तो विक्की वाधवानी जैसी..।एक साल पहले व्यापार विहार के सैल्समैन विक्की वाधवानी को गड़बडीं के आरोप में बाहर का रास्ता दिखाया गया। इसके बाद मध्यप्रदेश की शराब को छत्तीसगढ़ में खपाते हुए पकड़ा गया…6 महीने की सजा हुई। जेल से निकलते ही ईगल  हन्टर कम्पनी ने होनहार को फिर लपक लिया। जेल से बाहर आने के सम्मान में जिला बदर कर विक्की को मुंगेली जिले का रीजनल मैनेजर बना दिया। तात्जुब की बात है कि मामले में आबकारी अधिकारियों ने पूछताछ करना भी उचित नहीं समझा। फिलहाल पत्रकार वार्ता में आबकारी मंत्री के सामने सवाल आने के बाद विभाग में हलचल मच गयी है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

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                                        कार्पोरेशन बनने के बाद सैल्समैन सुपरवाइजर जैसे पदों पर कर्मचारियों की भर्ती का जिम्मा ईगल हन्टर को दिया गया। सरकार ने  कार्पोरेशन के सहयोग से ईगल हन्टर के लोगों की भर्ती किया। समय के साथ शराब की अफरा तफरी और दुकान में गड़बड़ी के आरोप में ईगल हन्टर के कई कर्मचारियों को आबकारी विभाग ने बाहर का रास्ता दिखाया। निकाले गए लोगों के स्थान पर नए लोगों की भर्ती हुई। बताते चलें कि यह प्रक्रिया समय समय पर चलती रहती है।

                     एक साल पहले बिलासपुर आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए व्यापार स्थित दुकान के सैल्समैन को गड़बड़ी करने के आरोप में बाहर का रास्ता दिखाया था। विक्की वाधवानी ने इसके बाद ईगल हन्टर से नाता तोड़कर मध्यप्रदेश की शराब को बिलासपुर में खपाने का काम धाम शुरू किया। तात्कालीन आबकारी की टीम ने लगातार शिकायत मिलने के बाद चुनाव के ठीक कुछ महीने पहले मध्यप्रदेश की शराब खपाने का प्रयास करते विक्की वाधवानी को धर दबोचा। कार्रवाई के दौरान आबकारी टीम ने मध्यप्रदेश से लायी गयी भारी मात्रा में शराब की जब्ती भी की थी।

                                 आबकारी टीम ने विक्की वाधवानी के खिलाफ आबकारी की धारा 34(1) के तहत अपराध दर्ज किया। जब्त शराब के साथ विक्की को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने विक्की को 6 महीने के कारावास भेज दिया। जेल से निकलते ही विक्की को ईगल हन्टर कमेटी ने लपक लिया। अधिकारियों को अंंधेरे में रखते हुए कोचिया को जैन्टलमैन बताकर…बिलासपुर जिला से बाहर मुंगेली जिला रीजनल मैनेजर बना दिया।

                विक्की बाधवानी का मामला आज पत्रकार वार्ता के दौरान आबकारी मंत्री कवासी लखमा के सामने उठा। पहले तो आबकारी मंत्री ने मामले को हल्के में लिया। उन्होने कहा कि जब सजा के बाद नेता लोग चुनाव लड़ सकते हैं तो ईगल हन्टर का कर्मचारी को नौकरी क्यों नहीं मिल सकती है। बाद में सवाल की गंभीरता को देखते हुए लखमा ने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। पता लगाएंगे…आखिर ऐसा क्यों किया गया।

                                    इस दौरान पत्रकारों ने जानना चाहा कि आखि वजह रही होगी कि  दूथ की रखवाली की जिम्मेदारी बिल्ली को दी गयी। सवाल के जवाब में लखमा ने बताया कि भर्ती में हमारा कोई योगदान नहीं होता है। शराब की अफरा तफरी और कोचिया गिरी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। मामले को संज्ञान में लेंगे।

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