बिलासपुर— जब से निगम सीमा विस्तार और 19 गांवों को शामिल करने का मामला सामने आया है। दावा आपत्ति करने वालों करने वाले कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपने क्षेत्र को निगम में नहीं शामिल किए जाने की वकालत कर रहे हैं। लेकिन सिरगट्टी में कुछ अलग ही हो रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि नगर पंचायत प्रमुख केशरी इंगोले के इशारे पर जनता के बीच मुनादी कर निगम में शामिल होने का विरोध किया जा रहा है। यद्यपि जनता चाहती है कि सिरगिट्टी नगर पंचायत को नगर निमग में शामिल किया जाए। यही कारण है कि स्थानीय लोगों ने मुनादी करने वालों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत कर सामान को जब्त करवा दिया है।
नगर निगम सीमा विस्तार को लेकर कहीं विरोध तो कहीं समर्थन देखने और सुनने का मिल रहा है। सिरगिट्टी में नगर पंचायत प्रमुख के पति पर नगर निगम में शामिल होने की खिलाफत करने और जनता को उकसाने का मामला सामने आया है। मामला थाना तक पहुंच गया है।
लोगों ने बताया कि सिरगिट्टी नगर पंचायत प्रमुख का पति सुन्दर सिंह रिक्शा से मुनादी करवा रहा है कि जनता को निगम और शासन के अत्याचार से बचने के लिए सामने आना होगा। मुनादी हो रही है कि निगम में शामिल होने से सिरगिट्टी को भारी नुकसान होगा। जनता के घर को तोड़ा जाएगा। रोजगार के लाले पड़ जाएंगे। मनरेगा का काम मिलना बन्द हो जाएगा। सम्पत्ति कर का दायरा बढ़ जाएगा।
लोगों ने बताया कि मुनादी के खिलाफ थाना में शिकायत की गयी है। थानेदार ने रिक्शा समेत लाउडस्पीकर और बैटरी को जब्त कर लिया है। रिक्शा चालक ने बताया कि साजन साउन्ड सर्विस ने मुनादी के लिए रोजी दिया है। मुनादी का काम सुन्दर सिंह करवा रहा है।
स्थानीय निवासी और कांग्रेस नेता रवि साहू,राम कृष्ण राव,सोम पाण्डेय, पुष्पेन्द्र साहू,पूनम यादव ने बताया कि सिरगिट्टी नगर पंचायत सीईओ सुषमा तिवारी भी जनता को भड़का रही हैं। जनता के बीच भय पैदा कर निगम विस्तार का विरोध करवा रही है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हम लोगों ने कलेक्टर से शिकायत कर सुषमा तिवारी को हटाए जाने की मांग की है।
इसके अलावा नोडल अधिकारी को बताया है कि सिरगिट्टी नगर पंचायत के विकास के लिए हर हालत मेंं निगम में शामिल किया जाना जरूरी है। नगर पंचायत आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है बारहो महीने सड़क नाली की तरह है। गर्मी में लोग पेयजल के लिए मोहताज हो जाते हैं। सड़क नाम की कोई चीज नहीं है। लेकिन कुछ भाजपा नेता ऐसा नहीं चाहते हैं। जनता के बीच निगम विस्तार के खिलाफ पैदा कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है।