बिलासपुर—सांसद और विधायक निधि के तहत् स्वीकृत कार्यों की समीक्षा बैठक आज बिलासपुर सांसद लखन साहू की अध्यक्षता में गई। सासंद ने पुराने स्वीकृत कार्यों के अब तक अपूर्ण रहने पर गहरा असंतोष जताया। साहू ने कहा कि सार्वजनिक हित के लिए स्थाई निर्माण कार्य की जरूरत है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिले। लंबित कार्यों को चालू करने के लिए सांसद मद से कितनी राशि चाहिए इस संबंध में उन्होने अधिकारियों से सुझाव मांगे।
मंथन सभा कक्ष में पिछले पांच तक के स्वीकृत रूके और अपूर्ण कार्यों की समीक्षा के दौरान लखन साहू ने नगरीय क्षेत्रों में सांसद निधि से स्वीकृत कार्य प्रारंभ नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होने कहा कि निर्माण एजेसियों के पास सालो साल राशि पड़ी रहती है किंतु तकनीकी स्वीकृति जारी नहीं की जाती। उन्होने कार्य लंबित रखने वाले एजेसिंयों से कहा कि यदि उन्हे कार्य में रूचि नहीं है तो राशि को वापस कर दें। जिसका उपयोग अन्य कार्य के लिए किया जाएगा।
सासंद ने नगर निगम क्षेत्र बिलासपुर समेत नगर निकाय रतनपुर ,बिल्हा और कोटा जनपद पंचायत के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों में तेजी लाने को कहा। उन्होंने कहा कि जहां ग्राम पंचायत निर्माण एजेसियां है वहां संरपचों के उपर दबाव बनाकर निर्माण कार्य में प्रगति लाएं। बैठक में पेण्ड्रा नगर पंचायत के सीएमओं ने खभों में बल्ब लगाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले हाइड्रोलिक सीढ़ी उपलब्ध कराने के लिए सुझाव दिया। साहू ने सांसद निधि से इसके लिए सहमति देते हुए कहा कि जिन नगर पंचायतों में ऐसी सीढ़ी की आवश्यकता है तत्काल प्रस्ताव दें।
बैठक में कलेक्टर अन्बलगन ने सभी कार्य एजेसियों को निर्देशित किया कि जिन कार्यों की सांसद और विधायकों द्वारा अनुशंसा की जाती है। उन कार्यों के लिए 40 प्रतिशत राशि प्राप्त होते हैं। प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दें और कार्य प्रारंभ कराए। उन्होने कहा कि लंबित कार्यों के लिए समय सीमा तय की जाएगी।
बैठक में नगर निगम आयुक्त रानू साहू,जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, विधायक प्रतिनिधि कोटा अरूण सिंह चैहान,विधायक प्रतिनिधि मस्तुरी संतोष दुबे, विधायक प्रतिनिधि बिल्हा प्रह्लाद कश्यप, जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी पायल पांडे ,सभी जनपद पंचायतों के मुख्यकार्यपालन अधिकारी , नगरीय निकायों के सीएमओ, संमेत निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।