संघ परिवार ने बताया महामानव…नम आंखोे से शरीर सिम्स के हवाले..भाजपा नेताओं कहा…प्रदेश ने खोया अपना लाल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पद्यश्री  दामोदर गणेश बापट के शव को सम्मान के साथ सिम्स को सौंप दिया गया है। बताते चलें कुष्ठ आश्रम संचालक पद्मश्री बापट का निधन एक दिन पहले हो गया था। बापट ने अपना जीवन कुष्ट रोगियों की सेवा में समर्पित किया था। उनके प्रयासों से कुष्ट रोगियों के प्रति लोगों का विचार ना केवल बदला बल्कि समाज को नई दिशा भी मिली।

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                                     चांपा जांजगीर स्थित कुष्ठ आश्रम के संचालक पद्मश्री दमोदर बापट के शव को आदर के साथ उनके इच्छानुसार सिम्स को दान कर दिया गया। जानकारी हो कि पद्मश्री पापट की देर रात्रि निधन हो गया। अपने निधन से बहुत  पहले पद्मश्री बापट ने इच्छा जाहिर की थी कि उनके शव को अध्ययन के लिए सिम्स को दान मे दिया जाए। पद्मश्री की इच्छा का सम्मान करते हुए समर्थकों और भक्तों ने सम्मान के साथ दोपहर को बापट के पार्थिव शरीर को सिम्स के हवाले किया गया।ुंचा

                           छत्तीसगढ़ के महान कर्मयोगी चांपा कुष्ट आश्रम के संचालक पद्यश्री दामोदर गणेश बापट के शरीर की सिम्स पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद भाजपा के दिग्गज नेता श्रद्धांजलि देने पहुंच गए। संघ परिवार ने पद्मश्री बापट के अंतिम दर्शन के बाद श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया। श्रद्धाजंलि सभा में छत्तीसगढ़ के विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पद्यश्री बापट ने अपना सम्पूर्ण जीवन कुष्ट पीड़ितों के इलाज और उनके सामाजिक-आर्थिक पुनर्वास के लिए समर्पित किया।  बापट जी ने छत्तीसगढ़ के वनवासी कल्याण आश्रम जशपुर बच्चों के बीच जागरूकता का बीज बोया। आज उसका सार्थक परिणाम सबके सामने है। इस बीच कुष्ठ रोगियों के संपर्क में आए और सदा के लिए उन्ही के होकर रह गए।

                             भाजपा प्रदेश महामंत्री और राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि बापट जी का जीवन सादगी पूर्ण था। उन्हें कोई देखकर नही कहता वह महामानव है। लेकिन उनसे मिलने के बाद लोगों का नजरिया ही बदल जाता था। बापट कुष्ट रोगियों के साथ रहकर इलाज किया। कुष्ठ रोगी ना होकर भी उनके साथ भोजन किया। कभी भी कुष्ट रोगियों से अपने को अलग नहीं किया।  बच्चों की बढ़ाई की चिंता करने वाले बापट जी गरीब परिवार के भरण पोषण का पूरा ध्यान रखते थे।

                      बिलासपुर सांसद अरूण साव ने कहा कि पद्यश्री बापट के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें मानव सेवा में ईमानदारी से काम करना होगा। भगवान से प्रार्थना है कि महामानव की मृत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दे। पूर्व सांसद लखनलाल साहू, विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी, रजनीश सिंह, महापौर किशोर राय ने बापट को सादगी की प्रतिमूर्ति और छत्तीसगढ़ का रत्न कहा।हर्षिता पाण्डेय, गोपी ठारवानी, प्रवीर सेन गुप्ता, जुगल अग्रवाल, उदय मजूमदार, लक्ष्मीनारायण कश्यप, राजेश मिश्रा, गणेश रजक, अमित तिवारी, केदार खत्री, मीना गोस्वामी, कमल कौशिक, नारायण गोस्वामी, विक्रम सिंह, अवधेश अग्रवाल, नीरज शर्मा, लाला भाभा, राज यादव समेत भाजपा कार्यकर्ता ने बापट जी को नम आखों से याद किया। इस दौरान संघ परिवार और भाजपा नेताओं पद्मश्री बापट के जीवन पर प्रकाश भी डाला।

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