आईजी और एसपी ने दिया टिप्स…अपराध और अपराधियों को कैसे करें नियंत्रित…कहा…जनता से करें शिष्ट व्यवहार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-  बिलासागुड़ी सभागार में रेंज पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता के मार्गदर्शन में  दो दिवसीय ” कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के पहले दिन साइबर क्राइम से संबंधित जानकारी दी गयी। पुलिस आधुनिकीकरण  और  सुधार को लेकर परिचर्चा हुई। साइबर अपराधों की विवेचना को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। एटीएम फ्रॉड सोशल मीडिया से संबंधित अपराध ,बैंक धोखाधड़ी से संबंधित अपराध और सीडीआर एनालिसिस के बारे में विस्तार से जानकारी जानकारी दी गयी। इस दौरान केस स्टडी के माध्यम से सिखाए गये विवेचना के तरीको पर भी विचार विमर्श किया गया।
                     पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर  पुलिस आधुनिकीकरण और विवेचना में सुधार को लेकर समय-समय पर  कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। कार्यशाला के माध्यम से पुलिस पदाधिकारियों को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाता है। साथ में पुलिस कार्यप्रणाली  और विवेचना के दौरान आने वाली  परेशानियों का निष्पादन की जानकारी दी जाती है।
            इसी क्रम में बिलासागुड़ी सभागार में रेंज पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता और पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल की अगुवाई में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला के पहले दिन पुलिस महानिरीक्षक ने अपराध की विवेचना मे तकनीकी साक्ष्यों का महत्व पर प्रकाश डाला। मोबाइल फॉरेंसिक  और सीसी कैमरा  के महत्व  की जानकारी दी। पुलिस  पदाधिकारी आम जनता से  किस प्रकार  शिष्ट व्यवहार  करें…इस बात को भी बताया गया।
                         पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने अपराध विवेचना और न्याय प्रक्रिया में तकनीकी साक्ष्य के संबंध में जानकारी दी। कार्यशाला का संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय ध्रुव और उप पुलिस अधीक्षक स्नेहिल साहू ने किया। कार्यशाला के पहले दिन सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित्य साइबर सेल ने उपस्थित रेंज के  सभी पुलिस पदाधिकारियों को अपराध विवेचना के दौरान मोबाइल फोरेन्सिक की उपयोगिता और महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एटीएम फ्रॉड, मोबाइल और इंटरनेट के जरिए होने वाले अपराध की विवेचना को लेकर अपनी बातों को सबके सामने रखा। अपराधियों की पहचान और अरेस्टिंग को लेकर विस्तृत जानकारी कार्यशाला को दी।
                   एडिश्नल एसपी ओपी शर्मा ने बताया कि  कार्यशाला में रेंज स्तर के निरीक्षक से सहायक उप निरीक्षक स्तर के 20 पुलिस पदाधिकारी उपस्थित होकर बैंक फ्रॉड, एटीएम कार्ड ,सोशल मीडिया व्हाट्सएप ,फेसबुक टि्वटर आदि से संबंधित होने वाले  अपराधोँ की विवेचना तथा सीडीआर एनालिसिस के संबंध विस्तृत जानकारी हासिल किये । विवेचना के दौरान विवेचको के सामने आने वाली कठिनाइयों को अवगत कराया गया।
             ओपी शर्मा ने जानकारी दी कि  पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज स्तर के पुलिस पदाधिकारियों को विवेचना में निपुण बनाने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया। भविष्य में भी प्रत्येक माह रेंज के अलग अलग कर्मचारियों के लिये कार्यशाला आयोजित करने की बात कही। कार्यशाला में  उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों से कार्यशाला में बताये गये विषयों के संबंध में लिखित टेस्ट लिया गया। साथ ही कार्यशाला पर फीडबैक भी लिया गया।
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