“यशस्वी जशपुर ” कार्यक्रम में बोले जिला कलेक्टर – शिक्षक की सक्रियता ही तय करती है बच्चों का भविष्य

Chief Editor
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जशपुरनगर। विद्यालय ही ऐसी जगह है जहां शिक्षक द्वारा बच्चों का भविष्य बनाया जाता है ।  शिक्षक की सक्रियता बच्चों का भविष्य तय करती है।
उक्त विचार ‘‘यशस्वी जशपुर’’ द्वारा आयोजित शा.हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों की मासिक समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर  निलेश महादेव क्षीरसागर ने व्यक्त किए । उन्होने  कहा कि शिक्षक ऐसी जगह में कार्य करते हैं जहां बच्चों का भविष्य बनता है ।  आज मै भी शिक्षको के कारण ही इस पद पर बैठा हूँ।
उन्होने कहा कि शिक्षक जितनी लगनता व मेहनत से विद्यालय में कार्य करेंगे उतना ही अच्छा परिणाम आयेगा और बच्चों का भविष्य तय होगा। शिक्षको को अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार व वफादार होना चाहिए  । नियमित रूप से समय पर विद्यालय आयें और अपने उतरदायित्वों का बेहतर निर्वहन कर बच्चों का भविष्य बनायें। उन्होनें कहा कि विद्यालय में जितनी ज्यादा बच्चों की उपस्थिति होगी उतना अच्छा परीक्षा परिणाम होगा। शिक्षको को स्टाफ में लोकप्रिय होने के स्थान पर अपने विद्यार्थियों के बीच लोकप्रिय होना चाहिए । शिक्षको द्वारा की गई लापरवाही  से बच्चों के भविष्य  लिए नुकसानदायक होती है। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु प्राचार्य एवं शिक्षको को समुचित प्रयास करना चाहिए । बच्चों को मोटिवेशन कर पालको से सम्पर्क किया जाना चाहिए। प्राचार्य तय करें कि उनके विद्यालय के शिक्षक निर्धारित समय पर विद्यालय आयें और अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी लगनता व मेहनत से करें।
श्री क्षीरसागर ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में उपचारात्मक शिक्षा, अतिरिक्त कक्षा, संडे क्लास का नियमित संचालन किया जावे और प्राचार्य स्वंय माॅनिटरिंग करें। उन्होने कहा कि विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी , सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, बी.आर.सी.सी., एफ.एम. नियमित रूप से विद्यालयों की माॅनिटरिंग करें। लापरवाही की शिकायत आने पर संबंधित के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने प्राचार्यों से कहा कि विद्यालय परिसर में स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखे निरीक्षण में कमी पाए जाने पर संबंधित प्राचार्य पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा। श्री क्षीरसागर ने बैठक में अनुपस्थित प्राचार्यों पर कार्यवाही के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिये। सभी प्राचार्यों को अपने अपने विद्यालयों के 100 गज की सीमा को धूम्रपान निषेध क्षेत्र बनाने की दिशा में निर्देशानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और सभी उक्त आशय का प्रमाण पत्र अपने विकासखंड के विकासखंड शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएं।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एन.कुजूर, यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता, सदस्य संजीव शर्मा, सरीन राज उपस्थित थे।
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