शिक्षकों को बरसो बाद मिली ट्रांसफर की सौगात….. लेकिन तबादले के बाद भी नहीं किया जा रहा रिलीव

Shri Mi
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रायपुर।शिक्षको के स्थानांतरण में अब पूरे प्रदेश में एक नया विवाद सामने आ गया है । शासन द्वारा जारी आदेश में स्थान्तरित हुए शिक्षको को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भार मुक्त नही कर रहे है। इससे वर्ष 2019 की स्थानान्तरण नीति में बड़ा प्रशासनिक पेंच उभर कर आ गया है। इससे जुड़ी विसंगतियों को लेकर सयुंक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन के नेतृत्व में स्थानांतरित शिक्षको का प्रतिनिधि मंडल मिला कलेक्टर ,डी ई ओ से मिला।

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केदार जैन ने प्रेसनोट जारी करके बताया कि संविलियन के बाद शिक्षको दूसरा  सबसे बड़ा लाभ शिक्षको को स्थानान्तरण नीति है। शिक्षको को लंबे अरसे के बाद शिक्षक एल बी का ट्रांसफर नीति बनने से अपने गृह जिला में जाने का मौका मिला है।सरकार की ट्रांसफर नीति के तहत कोंडागांव में कार्यरत शिक्षको का ट्रांसफर अपने गृह जिले में हुआ है। किंतु स्थानीय प्रशासन के द्वारा भारमुक्त नही किया जा रहा है।

केदारं जैन ने बताया कि परेशान शिक्षको ने सयुंक्त शिक्षक संघ के पदाधिकारियों से इस विषय में चर्चा की थी जिस पर बुधवार को मैं स्वयं स्थानन्तरित शिक्षको के प्रतिनिधि मंडल को लेकर कोंडागांव जिले के कलेक्टर श्री टेकाम एवं डी इ ओ श्री राजेश मिश्रा से मिला

केदार जैन ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने ट्रांसफर नियम के तहत शिक्षको को अतिशीघ्र भारमुक्त करने अनुरोध किया। स्थानान्तरित महिला शिक्षको की परेशानीयां बताई। कोंडागांव कलेक्टर ने भरोसा दिलाया है कि  अतिशीघ्र ही शिक्षको को भारमुक्त किया जाएगा।

स्थानन्तरित शिक्षक चंद्रकुमार साहू,हेमन्त निर्मलकर,बसन्त कुंजाम,प्रवीण नायक,संतोष रावटे, अरुण भुआर्य, श्रीमती दीपिका लकड़ा,श्रीमती दीप्ति बुनकर शशिकिरण,चंद्रिका कोमरे नल सयुंक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन के साथ प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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