रायपुर।शिक्षाकर्मीयो के बीच संगठन की राजनीतिक उठा पटक का अब एक नया दौर शुरू हो गया है। सहायक शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष और संयोजक के मध्य चल रहे विवाद को शुरू हुए दो दिन नही बीते है। कि सहायक शिक्षक फेडरेशन से एक ब्लॉक अध्यक्ष ने।इस्तीफा देकर संघ का दमन थाम लिया है। जिसकी वजह पिछले कई दिनों की फेडरेशन की गतिविधि और संघ में मचे पद की लड़ाई को बताया जाता है।
सयुंक्त शिक्षाकर्मी संघ के प्रंतीय सचिव रूपानंद पटेल ने सीजीवाल को बताया कि सहायक शिक्षक फेडरेशन के पूर्व ब्लॉक संचालक दिनेश भुआर्य ने फेडरेशन को छोड़कर सयुंक्त शिक्षाकर्मी संघ की सदस्यता ग्रहण कर ली है। और संघ के प्रदेश अध्यक्ष और प्रबंध कार्यकारिणी ने दिनेश भुआर्य को बालोद जिले का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है।
संयुक्त शिक्षा कर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष केदार जैन ने बताया कि हमारा संघ वर्ग वाद में विश्वास नही करता है। सहायक शिक्षक को बालोद जैसे महत्वपूर्ण जिले की कमान सौपी गई है इससे पहले भी महासमुंद में विजय धृतलहरे और बलौदाबाजार में महेंद्र साहू सहायक शिक्षकों को जिला का कमान सौंपा जा चुकी है।
बालोद जिले के नव नियुक्त जिला अध्यक्ष दिनेश भुआर्य ने बताया कि सयुंक्त शिक्षाकर्मी संघ लगातार सहायक शिक्षकों को महत्वपूर्ण पद देकर उनके मांगों के समर्थन में मजबूती से खड़े होने का विश्वास देता रहा है।
मोर्चा संचालक केदार जैन का संविलियन की लड़ाई अहम योगदान था। सफल नेतृत्व का परिणाम संविलियन है। हमारे बहुत से शिक्षक साथी आज राज्य के नियमित कर्मचारी है। शिक्षको की कई मांगे लंबित है।बहुत सी विसंगतियां है। आगे की अपने हक की लड़ाई केदार जैन के नेतृत्व में लड़ी जायेगी।