बिलासपुर। पुलिस ने टेली फ्रॉड के मास्टरमाइंड को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है ।जिसने मोबाइल फोन पर सिरगिट्टी इलाके के एक व्यक्ति से करीब साढे छह लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी ।साइबर सेल की मदद से आरोपी का पता लगने के बाद पुलिस ने बिहार से पीछा करते-करते उसे पश्चिम बंगाल में जाकर पकड़ा ।पुलिस ने उसके पास से ठगी के पैसों से खरीदे गए स्कॉर्पियो और कई कंपनियों के मोबाइल के साथ ही नगद रकम भी बरामद कर लिया है।
मामले का खुलासा करकते हुए एडिशनल एसपी ओपी शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि इसी साल 14 जून से 28 जून के बीच आरोपी सचिन मंडल ने अपने मोबाइल से सिरगिट्टी थाना अंतर्गत आश्रय परिसर में रहने वाले पंचराम कंवर को लगातार फोन किया । फोन के जरिए उसने पंचराम से झांसा देकर सैलरी स्लिप मंगा लिया ।जिससे उसे पंचराम का एकाउंट डिटेल मिल गया । उसके बाद पंचराम के खाते से 6,50,282 रुपए निकाल कर धोखाधड़ी की । इसकी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी ।
मामला साइबर सेल में दिया गया और साइबर सेल की मदद से मिले कॉल डिटेल रिपोर्ट की बारीकी से जांच की गई । । जिसके जरिए पता चला कि यह नंबर सचिन मंडल उर्फ कपिल देव का है । जिसका लोकेशन बिहार राज्य में मिल रहा था । इस पर जिला पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल , एडिशनल एसपी ओपी शर्मा और डीएसपी श्रीमती निमिषा पांडे के निर्देशन में थाना सिटी प्रभारी यू.एन.शांत कुमार साहू की अगुवाई में एक टीम तैयार कर बिहार रवाना की गई ।
बिहार पहुंचने के बाद आरोपी के मोबाइल नंबर का लोकेशन पश्चिम बंगाल मिलने लगा । इस पर यह टीम पश्चिम बंगाल के पूर्व वर्धमान जिला की ओर रवाना हुई । वहां गांव के लोगों ने विरोध किया । इस पर थाना प्रभारी यूएन शांत कुमार साहू ने अपनी सूझबूझ से गांव के लोगों को समझाइश दी और सचिन मंडल को दौड़ा कर हिरासत में लिया । पुलिस उसे सिरगिट्टी थाना लाई और पूछताछ की । जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया और बताया कि उसके एक्सिस बैंक अकाउंट में 4,89,000 रुपए जमा है । जिसे सीज कर दिया गया । आरोपी के पास से मोबाइल भी जप्त किया गया और उसे पुलिस रिमांड पर लेकर फिर पूछताछ की गई ।य़
पूछताछ के बाद सचिन मंडल की निशानदेही पर मामले के मुख्य आरोपी पंकज कुमार मंडल को दबिश देकर गिरफ्तार किया गया और उसके पास से ठगी की रकम से खरीदी गई स्कॉर्पियो जप्त की गई । उसने भी पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया है । इस मामले में पुलिस ने धारा 420 के तहत दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की है । मामले में इस मामले को सुलझाने में साइबर सेल से एसआई हेमंत आदित्य, हेड कांस्टेबल विनोद यादव ,कांस्टेबल सैयद साजिद व वीरेंद्र साहू की भूमिका अहम् रही ।