नान मामले में मुख्य आरोपी शिवशंकर भटट ने पूर्व की बीजेपी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बेबाकी से कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले और नान के चेयरमैन लीलाराम भोजवानी घोटाले के मास्टरमाइंड है। भट्ट ने कहा, मैंने राशन घोटाले को उजागर किया इसलिए नान घोटाले का ठीकरा मुझ पर फोड़ा गया। साढ़े चार साल तक जेल में रहा….इस वजह से सच्चाई सामने नहीं आ सकी। सच्चाई सामने आने के बाद भट्ट ने अपने जान को खतरा बताया है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप् ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
उन्होंने कहा कि रमन सिंह ने मुझे आदतन अपराधी कहा है। मैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की शिकायत करुंगा। उन्होंने कहा कि 36000 करोड़ रुपए के घोटाले को नान घोटाला बता दिया गया। जबकि उस समय राज्य का बजट उतना था ही नहीं तो नान के बजट का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि 2014 में 10 लाख टन धान की जबरन खरीदी की गई, सितंबर 2013 में चुनाव के ठीक पहले 51 लाख के जगह पर 72 लाख राशन कार्ड बना दिए गए।
विधानसभा चुनाव के बाद तत्कलीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि 12 लाख राशन कार्ड फर्जी हैं, जबकि हमने कहा था कि 21 लाख फर्जी कार्ड हैं। निरस्त करने की बात कही गई लेकिन आज तक कार्ड निरस्त नहीं हुए। इन फर्जी राशन कार्डों के जरिए कमाई की जाती थी। उन्होंने कहा कि मैंने राशन घोटाले को उजागर किया इसलिए नान घोटाले का ठिकरा मुझ पर फोड़ दिया गया। राशन घोटाले को छुपाने के लिए नान में छापा मरवाया गया। 10 लाख टन चावल का अतिरिक्त उपार्जन का दबाव डाला गया। रातों रात चावल सप्लाई का आदेश हमें दिया गया। हमने इस पर सवाल उठाया तो हमें नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गयी।