बिलासपुर।कोरबा जिला प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अंधेर गर्दी व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से पुरातात्विक महत्व रखने वाले बिलासपुर से 50 किलोमीटर दूर पाली मुख्य शहर के बीचों बीचों से गुजरने वाली नेशनल हाइवे अब दलदल के रूप में बदल गई है। जिससे हर जाम की स्थिति बनी हुई है।पिछले 15 दिन में इस सड़क के हालात सुधरने के बजाय और खराब होते जा रहे है। जिससे बिलासपुर की ओर से कटघोरा होते हुए चिरमिरी, बैकुण्ठपुर, सुरजपुर, अम्बिकापुर मार्ग बाधित हो गया है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे
प्रशासन के लिए इससे बड़ी शर्मनाक स्थिति क्या होगी कि पिछले एक हफ्ते से रायपुर से अम्बिकापुर और इसी मार्ग से दूसरे राज्यों को आने जाने वाली लो फ्लोर की लग्जरी यात्री बसे रतनपुर बेलतरा पाली चैतमा की बजाय चालीस किलोमीटर घूम कर बिलासपुर सीपत बलौदा कोरबा होते हुए कटघोरा पहुँच कर अम्बिकापुर होते हुए दूसरे राज्यो को जा रही है।
पाली की सड़क पर ट्रक हाईवा ट्राला बड़ी मुश्किल से पार हो रहे। गुड्स ट्रको ने भी चालीस किलोमीटर अधिक घूम कर आना जाना कर रहे है। निजी कार व टेक्सी चालको के लिये हालात और तकलीफ देह है।
दलदली सड़क पर ट्रको के चलने से टायरों के बने हुए गहरे निशान पर कार चलने की वजह से कार के चेम्बर और कार की बॉडी को नुकसान पहुँच रहा है। चार पहिया चालक…. आला इस वेल… आल इज वेल बोल कर बिलासपुर कटघोरा आना जाना कर रहे है।
बारिश नही होने पर सड़को की धूल का बादल इस इलाके में छाया रहता है। हालत का अंदाज इससे भी लगाया जा सकता है कि अब एम्बुलेंस भी रास्ता बदल कर चल रही। मरीज के लिए सड़क मार्ग से बिलासपुर आना जाना बड़ा ही कष्टदायी हो गया है।
सरगुजा से लोग इलाज के लिए बिलासपुर रायपुर की बजाय बनारस जाना उचित समझ रहे है।खस्ता हाल सड़क कि वजह से इस मार्ग पर रॉयल, दुबे, रोडवेज, नवीन, राजधानी जैसी लंबी दूरी पर चलने वाली बसे या तो इस सड़क पर आधी हो गई है बची हुई बसों ने सीपत बलौदा कोरबा का रास्ता चुन लिया है।कुछ छोटी 22 या 25 सीटर वाली बसे पाली के पहले कट कर पोड़ी होकर कटघोरा बिलासपुर के बीच चल रही है।
इस रूट पर बस चालको और बस मालको का कहना है कि पाली से डूमर कछार के बीच…. हम डर के आगे जीत ..! है यह बोल बोल कर बसे चला रहे है। बस के चालक बताते हैं कि बिलासपुर और कटघोरा के बीच सड़क गयाब हो गई है। बस की निर्धारीत गांव नगर शहर के स्टैंड की टाइमिंग कवर नही हो पा रही है।
कोरबा जिले से होकर गुजरने वाली बिलासपुर वाया पाली कटघोरा से अम्बिकापुर जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात का दवाब कम करने के लिए कोरबा जिला प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने कोई मैनेजमेंट फार्मूला ईजाद किया है। सुनने में थोड़ा आश्चर्य होगा पर कोरबा जिला प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और स्थानीय जन प्रतिनिधियों कि निष्क्रियता यही लगती है।
पाली नगर की मुख्य सड़क दलदल और खड्डे में तब्दील हो चुकी हैं। यह सड़क रिपेयरिंग कम उधड़ती ज्यादा है। खस्ता हाल सड़क की बची कूची कसर डूमर कछार में पूरी हो जाती है। मार्ग की इस की सड़क की हालत बद से बत्तर हो गई है।फिलहाल पाली की सड़क की रिपेयरिंग भी चालू है और वाहनों के फसने का क्रम भी चालू है।
वही पाली के कुछ आम जनो का कहना है कि भगवान विश्वकर्मा विभाग के अभियंताओं पर इस सड़क को बनाने के लिए बुध्दि और साहस प्रदान करे।
आपको बताते चले कि पाली बस स्टेंड से पाली नगर के बाहर कटघोरा की ओर फारेस्ट ऑफिस से थोड़ा पहले तक सड़क की उबड़ खाबड़ तहत पर बरसात के मौसम में गिट्टी मुरुम और मट्टी डाल कर पाटा गया जिससे पानी निकासी के रास्ते जाम हो गए जिस वजह तकनीक तौर पर वहाँ दलदल विकसित हो गया..! दलदल में भारी वाहनों के फसने और उसे निकालने की वजह से खड्डे बन गए है। खड्डों को पाटने के लिए मट्टी मिक्स गिट्टी डाली गई। पानी गिरने और भारी वाहन चलने की वजह से सड़क फिर दलदल बन गई ।