कांग्रेस पार्षद को नोटिस…7 दिनों के भीतर अध्यक्ष ने मांगा जवाब…शैलेन्द्र ने कहा…हैरान हूं..नहीं दिया पार्टी विरोधी बयान

BHASKAR MISHRA
बिलासपुर— कांग्रेस में आपसी नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। एक दिन पहले जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने पत्र जारी कर पार्टी विरोधी बयान को लेकर पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल को शोकाज नोटिस थमाया है। शहर अध्यक्ष ने सात दिनों के अन्दर जवाब पेश करने को कहा है। जवाब नहीं मिलने पर एक तरफा कार्रवाई की धमकी भी दी गयी है।
                               जिला शहर कांग्रेस में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी विरोधी बयानवाजी को लेकर नरेन्द्र बोलर ने पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल को शोकाज नोटिस थमााया है। पत्र में लिखा है कि पांच सितम्बर को स्थानीय निर्वाचन और परिसीमन को लेकर अखबारों में बयान छपा है। बयान को प्रदेश और शहर पदाधिकारियों ने पार्टी हित में नहीं माना है। बयान से शहर के सभी ब्लाक अध्यक्षों में भारी नाराजगी है। ब्लाक अध्यक्षों ने लिखित शिकायत कर बयान को अनुशासनहीनता माना है।
            शैलेन्द्र को लिखे गए पत्र में बोलर ने सात दिनों के अन्दर कमेटी के सामने लिखित और व्यक्तिगत रूप से उपपस्थित होकर पक्ष रखने को कहा है। निर्धारित समय पर जवाब नहीं मिलने की स्थिति में एक पक्षीय कार्रवाई की धमकी दी गया है।
                     पत्र जारी होने के बाद पार्षद और पार्षद दल प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल ने लगाए गए आरोप को गलत बताया है। शैलेन्द्र ने प्रेस नोट जारी कर मीडिया से कहा कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं। उन्हें पार्टी की रीति नीति की बेहतर जानकारी है। कांग्रेस का समर्पित होने के कारण संभव नहीं है कि पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करूं।
            शैलेन्द्र ने कहा कि पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते मैने जाने या अन्जाने में भी पार्टी और विचारधारा के खिलाफ बयानवाजी कभी नहीं की है। हमेशा से मैंने भाजपा और आरएसएस की विचारधारा का विरोध किया है। जमीनी स्तर पर कांग्रेस के लिए तन मन और धन से जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ी है।
          दुख और आश्चर्य जाहिर करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि हैरान हूं कि आखिर मुझे नोटिस किस जुर्म में जारी किया गया है। फिलहाल समझ से परे है।
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