बिना अनुमति नगर पंचायत के ठेकेदार ने काट डाले तीन विशालकाय पेड़,प्रशासन बना तमाशबीन

Shri Mi
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रामनुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)–
नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 13 में 70 लाख रुपए की लागत से बन रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन के सामने विशाल 3 वृक्ष की ठेकेदार ने बलि चढ़ा दी। बिना परमिशन के विशालकाय पेड़ को काट डाला जिसके कारण नगर की जनता को 6 घंटे तक बिना बिजली का रहना पड़ा। 19 सितंबर को संभागायुक्त इमिल लकड़ा का दौरा था इस दौरे के दरमियान एसडीएम कार्यालय में जिस तरह से अधिकारियों को न्याय हित में काम करने का निर्देशित किया गया था उससे नगर की जनता में यह विश्वास जगा था कि पहले जैसा भौसा पूरी जो विभागों में चल रहा है अब नहीं चलेगा लेकिन कमिश्नर के आदेश एवं निर्देश को ताक में रखकर आज ही राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी लापरवाही बरतने में लगे हैं इसी का खामियाजा है कि नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 13 में 70 लाख रुपए की लागत से बन रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन के सामने विशाल काय 3 वृक्ष को ठेकेदार ने बलि चढ़ा दी। बिना परमिशन के विशालकाय पेड़ को काट डाला जिसके कारण नगर की जनता को 6 घंटे तक बिना बिजली का रहना पड़ा। सुबह 9:00 बजे से जो विद्युत आपूर्ति बंद हुई वह दोपहर 2:30 बजे के लगभग चालू हुआ तब जाकर लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत की सांस लीसीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे

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किसी ठेकेदार ने नहीं ली परमिशन
उक्त संबंध में रामानुजगंज वन परिक्षेत्र अधिकारी अनिल सिंह पैकरा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र के किसी भी ठेकेदार के द्वारा किसी भी पेड़ काटने की परमिशन नहीं ली गई है यदि रेबनियू का जमीन होगा तो तहसीलदार से परमिशन लिया होगा। यदि तहसीलदार से भी परमिशन लिया होता हमारे पास एनओसी के लिए जरूर आता तो हमें इस बात की जानकारी जरूर होती लेकिन ऐसा लगता है कि बगैर परमिशन का ही पेड़ को काट दिया गया है ऐसे में तहसीलदार साहब से पूछ कर जो उचित करवाई होगा मैं करूंगा।

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अनुमति के बिना पेड़ को कटाना अपराध
भारतीय वन कानून 1927 के अनुसार सेक्शन 68 के अंतर्गत पर्यावरण कोर्ट में मामला दर्ज हो सकता है। इसमें पेड़ों की चोरी,पर्यावरण को नुकसान पहुंचने और प्रदूषण एक्ट के तहत मामला दर्ज हो सकता है। पेड़ काटने के मामले में दोषी पाए जाने वाले को पेड़ की किस्म मोटाई के अनुसार जुर्माना किया जा सकता है या 6 माह से लेकर 3 साल की जेल हो सकती है। रिटार्यड सीसीएफ अयोध्या प्रसाद देवांगन

नगर में घण्टो रही बिजली बंद
विद्युत विभाग के सहायक लाइनमैन रामधनी राजवाड़े ने पेड़ काटने के लिए लगभग 6 घंटे तक नगर की विद्युत आपूर्ति बंद रखी। जर्नली तोर पर विद्युत गुल होने के बाद लोगों को ऐसा लगता है कि कहीं कुछ काम चल रहा होगा इसलिए विद्युत बंद है जब नगर की जनता को यह पता चला कि विद्युत तकरीबन चार 5 घंटे से बंद है तो उन्होंने छानबीन शुरू की तो पता चला कि विद्युत विभाग का सहायक लाइनमैन ठेकेदार के कहने पर विद्युत बंद कर पेड़ कटवा रहा है विद्युत बंद की जानकारी कनिष्ठ अभियंता को दी गई तो उन्होंने तत्काल परमिट कैंसिल करा कर विद्युत आपूर्ति बहाल कराया कनिष्ठ अभियंता मंथली बैठक में बलरामपुर गए हुए थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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