बिलासपुर—भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है। लेकिन संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में लोगों को यहां बहुत कम जानकारी है। युवा संसद प्रतियोगिता से युवाओं के साथ-साथ बड़ों को भी इसके बारे में जानने का मौका मिलता है। संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने आज संभाग स्तर पर आयोजित युवा संसद प्रतियोगिता में उपस्थित छात्र-छात्राओं संबोधित करते हुए ये बातें कही।
त्रिवेणी सभागार में आयोजित प्रतियोगिता में बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, रायगढ़ और जांजगीर-चांपा के विद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। छात्र-छात्राओं ने अपने सशक्त प्रस्तुती से संसद में चलने वाले कार्यवाही को जीवंत किया। संसद में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि पक्ष और विपक्ष में बैठकर किस तरह के सवाल-जवाब करते हैं, लोगों ने जाना।
देश की सुरक्षा, आतंकवाद, किसानों की समस्या, अकाल एवं सूखे की समस्या, अनिवार्य शिक्षा आदि ज्वलंत मुद्दों पर जनप्रतिनिधि के रूप में संसद में बैठे लोग चर्चा करते हैं। इस संबंध में सरकार के मंत्रीगणों की नीतियों, कार्यक्रमों का विवरण किस तरह प्रस्तुत किया जाता है और लोकतंत्र में विपक्ष किस तरह की भूमिका निभाता है। इसका प्रदर्शन युवा संसद में छात्र-छात्राओं ने किया।
छात्रों के शानदार प्रस्तुति ने अतिथियों ने जमकर सराहना की। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य सोनमणि बोरा ने पुरूस्कार वितरण किया। बोरा ने छात्र-छात्राओं को संसदीय व्यवस्था और परंपरा के निर्वहन को बारीकी और गुणवत्तापूर्ण ढंग से प्रदर्शित करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत और दृढ़ करने के लिए परोक्ष रूप से संसदीय व्यवस्था के बारे में जानकारी रखना आवश्यक है। संवैधानिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में भी यह जरूरी है। ताकि हम देश के अच्छे नागरिक बन सकें।
युवा संसद का आयोजन युवाओं के लिए यह एक ऐसा अवसर है जिससे उन्हें अलग-अलग विषयों के बारे में जानकारी पाने का मौका मिलता है। यह उनके व्यक्तित्व को भी इसका फायदा मिलता है। वोरा ने छात्र-छात्राओं से कहा कि विधानसभा सत्र देखने का मौका उन्हें मिले इसका प्रयास किया जाएगा।
इस मौके पर संभागायुक्त ने ’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने का आव्हान युवाओं से किया। उन्होंने कहा कि वे जागरूक नागरिक बनें और संकल्प लें कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त संपदा का दोहन जिम्मेदारी के साथ करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रतियोगिता के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। वोरा ने कहा कि नेतृत्व गुणों का विकास, लोकतांत्रिक परंपराओं के पालन एवं संसदीय प्रक्रिया के बारे में युवाओं को जागरूक करने के लिए यह प्रतियोगिता आयोजित की गई है। वरिष्ठ पत्रकार रूद्र अवस्थी ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। इस अवसर पर निर्णायक के रूप में विभिन्न महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, संभाग के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकगण एवं युवा संसद के प्रतिनिधि, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।