पढ़िए निगम चुनाव घमासानः कांग्रेस के लिए तिलकनगर वार्ड अबूझ पहेली..कई वार्डों में होगा दिग्गजों में आमना सामना

BHASKAR MISHRA
13 Min Read

बिलासपुर—विधानसभा लोकसभा चुनाव के बाद निकाय चुनाव ने भी दस्तक दे दिया है। एक डे़ढ़ महीने बाद आदर्श आचार संहिता लग जाएगी। प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया जाएगा। खासकर 13 नगर निगम बिलासपुर में आरक्षण निर्धारण के बाद चुनावी सरगर्मियां तेज हो गयी है। नगर पंचायतों और नगरपालिकाओं में भी चुनावी सुगबुगाहट देखने को मिल रहा है । बिलासपुर निगम क्षेत्र विस्तार के बाद मतदाताओं में समय से पहले संभावित प्रत्याशियों के नाम जानने की दिलचस्पी भी बढ़ गयी है। स्मार्ट सिटी बनने और सीमा विस्तार के बाद बिलासपुर नगर निगम का पहला चुनाव होगा। एक नगर पालिका,दो नगर पंचायत समेत 15 ग्राम पंचायतों के शामिल होने से बिलासपुर नगर निगम की ना केवल आबादी बढ़ी है…बल्कि क्षेत्र भी बढ़ गया है। पढ़िए सीजी वाल में निगम क्षेत्र के 1 से 70 वार्डों की चुनावी रिपोर्ट–

Join Our WhatsApp Group Join Now

इन दिनों जिले में खासकर बिलासपुर नगर निगम में निकाय चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस पार्टी में प्रत्याशियों को लेकर जबरदस्त मंथन का दौर चल रहा है। संभावित प्रत्याशी टिकट को लेकर दिन रात मेहनत कर रहे हैं। संगठन से हर बार यही बात छन कर आ रही है कि परिक्रमा करने वालों या माला फूल में विश्वास करने वालों को टिकट से दूर रखा जाएगा। बावजूद इसके सक्रिय और निष्क्रिय दोनों ही प्रकार के कार्यकर्ता पार्षद बनने के फिराक में एड़ी चोटी की मेहनत कर रहे हैं। लेकिन इन तमाम प्रयासों के बीच जोगी खेमा काफी शांत है। इसकी वजह भी है कि उनका नेता इस समय चुनाव पर कम कोर्ट कचहरी में ज्यादा समय दे  रहा है।

वार्ड क्रमांक…16–विष्णुनगर..कुदुदण्ड क्षेत्र—सामान्य महिला प्रत्याशी

विष्णु नगर क्षेत्र शहर का काफी संवेदनशील वार्ड माना जाता है। वार्ड में कांग्रेस की तरफ से कोई बड़ा महिला चेहरा नहीं है। बावजूद इसके संगठन की नजर कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता विष्णु यादव की पत्नी पर है। संभावना जाहिर की जा रही है कि विष्णुनगर से बद्रीकरण यादव की पत्नी साक्षी यादव को मैदान में उतारा जा सकता है। बद्री ने बताया कि निश्चित रूप से साक्षी राजपूत के लिए टिकट की मांग करेंगे। यदि संगठन ने साक्षी को मौका दिया तो चुनाव भी जीतकर दिखाएंगे।

                       संगठन के अन्दर से मिल रही खबर के अनुसार पूर्व पार्षद रवि चतुर्वेदी के नाम पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा। रवि चतुर्वेदी का क्षेत्र में मान सम्मान है। पूर्व पार्षद होने के कारण उनके विचारों को महत्व दिया जाएगा। पिछली बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके नवीन तिवारी की माता जी को भी कांग्रेस से टिकट का दावेदार माना जा रहा है। नवीन तिवारी ने पिछली बार भी टिकट मांगा था। टिकट नहीं मिलने पर नवीन ने निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा। बताया जा रहा है कि नवीन तिवारी की मां को कांग्रेस संगठन चुनाव लड़वा सकती है।

                                           विष्णुनगर से पूर्व पार्षद परमेश्वर यादव की पत्नी भी चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं। बताते चलें कि परमेश्वर एक समय कांग्रेस के सक्रिय चेहरा हुआ करते थे। लेकिन पूर्व निकाय मंत्री से प्रभावित होकर उन्होने भाजपा का दामन थाम लिया था। संभावना जाहिर की जा रही है कि परमेश्वर यादव की पत्नी को टिकट मिल सकती है। इसके अलावा वर्तमान पार्षद राकेश चतुर्वेदी पत्नी अनुभा के लिए भाजपा से टिकट मांग सकते हैं। जानकारी हो कि पिछली बार राकेश ऊर्फ सोनू चतुर्वेदी ने निर्दलीय होकर ना केवल चुनाव लड़ा बल्कि जीता भी। इस बार प्रयास कर रहे है कि पत्नी को भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ाए। शहर में अलग पहचान रखने वाले रतन लस्सी श्रृंखला के व्यवसायी रतन कश्यप भी भाजपा से पत्नी के लिए टिकट की चाहत रखते हैं।

वार्ड क्रमांक 17…नेहरू नगर…अन्य पिछड़ा वर्ग महिला…

सम्पूर्ण नेहरू नगर वार्ड क्रमांक 17 में शामिल हैं। नेहरू नगर में कुल मतादाताओं की संख्या 7182 है। पिछली बार भास्कर यादव वार्ड क्रमांक 17 के पार्षद रह चुके हैं। भास्कर यादव की गिनती कांग्रेस के बड़े पार्षदों में होती है। क्षेत्र में भास्कर यादव का अच्छा प्रभाव है। भास्कर यादव शहर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता भी है। यादव मेयर वाणी राव के समय एमआईसी सदस्य रह चुके हैं। व्यक्तिगत स्तर पर उन्होने अपने वार्ड में जमकर काम किया है। लोकप्रियता भी हासिल है। जाहिर सी बात है कि वार्ड क्रमांक 17 से कांग्रेस पार्टी भास्कर यादव की पत्नी नम्रता भास्कर यादव को मैदान में उतारेगी। यद्यपि नम्रता को टिकट मिलना तय हैं। लेकिन खबर है कि शराबबन्दी आंदोलन से जन्म लेने वाली मंजू यादव भी टिकट की दावेदारी करेंगी।

वहीं भाजपा में अभी तक कोई ऐसा चेहरा सामने नहीं आया है कि जिसके नाम पर आंख बन्द कर मुहर लगा दिया जाए। प्रत्याशी की तलाश हो रही है। जानकारी के अनुसार भाजपा पूर्व पार्षद श्यामभाई पटेल की पत्नी या परिवार के किसी महिला पर दांव लगा सकती है। श्यामभाई पटेल स्वयम सेवक संघ से जुड़े हैं। भाजपा के बड़े चेहरों में से एक हैं।

वार्ड क्रमांक..18…तिलक नगर….सामान्य

जिला कांग्रेस के ज्यादातर बड़े चेहरों का सम्बन्ध तिलकनगर से रहा है। तिलकनगर वार्ड में कुल मतदाताओं की संख्या 4904 है। लेकिन वार्ड पर ज्यादातर समय भाजपा का दबदबा रहा। कांग्रेस को यहां से हमेशा हार का सामना करना पड़ा है। यद्यपि यह वार्ड कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का है। पूर्व मंत्री बीरआर यादव का परिवार यहां का मतदाता है। पूर्व विधायक और बिलासपुर के मेयर रह चुके बलराम सिंह का परिवार भी इसी वार्ड से है। बाटू सिंह तिलकनगर के मतदाता हैं। प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव भी यहीं से हैं। प्रदेश कांग्रेस सचिव चीका वाजपेयी भी यहीं वोट डालते हैं। बावजूद इसके निकाय चुनाव में कांग्रेस को यहां से हमेशा हार मिली है।

                             परिसीमन के बाद तिलकनगर वार्ड में अन्य कुछ क्षेत्रों को जोड़ा गया है। यहां मतदाताओं की कुल संख्या 4904 है। वर्तमान में बबलू कश्यप की पत्नी अंजनी कश्यप भाजपा की पार्षद हैं। महिला आरक्षण खत्म होने और सामान्य होने के बाद भाजपा से बबलू कश्यप भाजपा से टिकट के प्रमुख दावेदार हैं। अंजनी कश्यप से पहले साल 2000-2010 के बीच दो बार राजेश सिंह भाजपा से पार्षद रह चुके हैं। इसके पहले 1995से 2000 तक एक स्वर्गीय गीता सिंह पार्षद रह चुकी हैं।

                     कांग्रेस पार्टी को यहां से हमेशा हार मिली है। पहले बीआर,रामा, गोवर्धन चुनाव लड़ चुके हैं। वर्तमान में यहां से कांग्रेस प्रत्याशी कौन होगा..पार्टी में धर्मसंकट की स्थिति है। क्योंकि कांग्रेस नेता हर हालत में तिलकनगर वार्ड को जीतना चाहते हैं। वर्तमान में कांग्रेस नेता सुभाष सिंह का नाम सबसे आगे आ रहा है। दो तीन साल से सुभाष सिंह यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं।  लेकिन अब उन्होने मन बदल दिया है। बावजूद इसके पार्टी चाहती है कि सुभाष सिंह चुनाव लड़ें। डिगू राव ऊर्फ विरेन्द्र सोमावार की भी नाम की चर्चा है। बताते चलें कि यहां सर्वाधिक मतदाता अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं।

वार्ड क्रमांक–19…कस्तुरबानगर —-पिछड़ा वर्ग         

                       परिसीमन के बाद वा्र्ड के क्षेत्र में बहुत बदलाव आया है। यहां मतदाताओं की कुल संख्या 6546 है। वार्ड में कस्तुरबानगर,देवेन्द्र नगर, पारिजात कालोनी,पारिजात एक्सटेन्शन, पारिजात हाइट्स,वसुन्धरा नगर,अर्चना विहार,गांधी विहार,पत्रकार कालोनी,स्वर्ण जयंति नगर,श्री राम विहार समेत अन्य क्षेत्र शामिल हैं। वर्तमान में कांग्रेस नेता भरत कश्यप की पत्नी ममता कश्यप क्षेत्र की पार्षद हैं। वार्ड में दो बड़े पार्षद नेताओं का सीधा मुकाबला होगा। कस्तूरबा नगर वार्ड को पुराने वार्ड चार और पांच को शामिल कर वार्ड 19 बनाया गया है।

                          अब तक की पार्षद ममता कश्यप इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी। पिछड़ा वर्ग होने के बाद ममता कश्यप के पति और कांग्रेस नेता भरत कश्यप कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में होंगे। भरत कश्यप का दावा भी है कि पार्टी टिकट देगी और चुनाव जीतेंगे भी। वहीं भाजपा की तरफ से अपना वार्ड नाम खो चुके भाजपा के चर्चित पार्षद नेता रमेश जायसवाल भी मैदान में उतरने के लिए तैयार है। रमेश जायसवाल का दावा है कि वार्ड का बहुत बड़ा हिस्सा कस्तुरबानगर से जुड़ गया है। जाहिर सी बात है कि वार्ड पर भाजपा का कब्जा निश्चित है।

                   बताते चलें कि रमेश जायसवाल मेयर किशोर राय के एमआईसी सदस्य हैं। संगठन के लोकप्रिय चेहरा भी हैं। पार्षद रहते हुए उन्होने जमकर काम किया है।

वार्ड क्रमांक –20…भक्त कंवरराम नगर—पिछड़ा वर्ग

                   मूल रूप से वार्ड का सबसे बड़ा क्षेत्र सिन्धी कालोनी का है। यहां मतदाताओं की कुल संख्या 4153 है। वार्ड का नाम पहले वाला ही है। पहले वार्ड का क्रमांक 6 हुआ करता था। परिसीमन के बाद कुछ क्षेत्रों को जोड़कर वार्ड क्रमांक 20 नाम दिया गया है। वर्तमान में वार्ड पार्षद छात्र नेता से राजनेता बने शैलेन्द्र यादव हैं। यद्यपरि शैलेन्द्र यादव इस बार मेयर चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन पार्टी के आदेश को सर्वोपरि मानते हैं। शैलेन्द्र यादव पूर्व निकाय मंत्री अमर अग्रवाल के करीबी हैं। दावा करते हैं कि इस बार मेयर की टिकट मिल सकती है। क्योंकि पार्टी को युवा और लोकप्रिय चेहरे की तलाश है।

                                     फिर भी यहां से भाजपा वर्तमान पार्षद शैलेन्द्र यादव को मैदान में उतार सकती है। भाजपा कार्यकर्ता बिज्जू राव भी टिकट की दावेदारी करेंगे। शैलेन्द्र के बाद वार्ड में बिज्जू राव भी चर्चित चेहरे हैं।

                   कांग्रेस पार्टी पिछली बार शैलेन्द्र से हार का सामना कर चुके श्यामलाल चन्दनानी को दुबारा टिकट दे सकती है। संगठन का विश्वास है कि श्यामलाल चन्दनानी की इस बार पुराने पार्षद की निष्क्रियता का फायदा मिल सकता है। जनता में पुराने पार्षद को लेकर आक्रोश भी है। पिछली बार कांग्रेस की टिकट से पार्षद चुनाव लड़ने के इच्छुक खुशाल वाधवानी भी टिकट चाहते हैं। खुशाल वाधवानी में संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार टिकट भी मिलेगी और चुनाव भी जीतेंगे।

वा्र्ड क्रमांक–21—गुरूघासीदास नगर…अनुसूचित जाति वर्ग…महिला

                     गुरू घासीदास नगर वार्ड क्रमांक 8  और ओमनगर वार्ड क्रमांक 9 को मिलाकर वार्ड क्रमांक 21 गुरूघासीादस नगर बनाया गया है। वर्तमान में ओमनगर के पार्षद काशी रात्रे हैं। पिछले चुनाव में काशी रात्रे ने कलेश्वर सूर्यवंशी को हराया था। परिसीमन के बाद इस महत्वपूर्ण  वार्ड में दोनों वार्डों को मिलाकर मतदाताओं की संख्या 8998 हो गयी है। वार्ड की आबादी सतनाम  समाज का दबदबा है।

                        कांग्रेस संगठन से मिल रहे संकेत पर गौर करें तो इस बार काशि की पत्नी रेखा रात्रे को मैदान में उतारा जा सकता है। यदि कुछ उलटफेर हुआ तो काशी से विचार विमर्श के बाद घर के किसी महिला सदस्य जैसे की बहन नंदनी रात्रे को भी मैदान में उतारा जा सकता है। बताते चलें कि काशी रात्रे से चुनाव हारने के बाद भजपा प्रत्याशी कलेश्वर चुनाव लड़ने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक नहीं है। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को इस बार गुरूघासीदास नगर वार्ड में जमकर पसीना बहाना होगा। गुरूघासीनगर वार्ड के पूर्व पार्षद अनुज टण्डन से हो सकता है। अनुज टण्डन भाजपा के जुझारू नेता है। मधुबाला टण्डन इस बार चुनाव मैदान में उतरकर सीट को बरकरार रखना चाहेंगेी।

close