दुर्ग।कमिश्नर दिलीप वासनिकर ने हिंदी भवन दुर्ग में दुर्ग संभाग के राजस्व मामलों के निराकरण एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा कलेक्टर कांफ्रेंस में की। उन्होंने कहा कि राजस्व मामलों का समय पर निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी मामलों की समीक्षा के पश्चात पाया गया है कि कुछ तहसीलों में अभी भी दो साल से अधिक के प्रकरण लंबित है। ऐसे प्रकरण एक सप्ताह के भीतर निराकृत करें। उन्होंने ऐसे तहसीलदारों को शो काज नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। बैठक में कवर्धा कलेक्टर अवनीश शरण, बेमेतरा कलेक्ट शिखा राजपूत, राजनांदगांव कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य, बालोद कलेक्टर रानू साहू, दुर्ग अपर कलेक्टर संजय अग्रवाल के साथ ही संभाग के सभी अनुविभागों के एसडीएम उपस्थित थे। कमिश्नर ने पूछा क्या परेशानियां आ रही हैं – कमिश्नर वासनीकर ने अधिकारियों से कहा कि राजस्व मामलों के निपटारे में किसी भी तरह की तकनीकी समस्या आने पर उच्चाधिकारियों से अवगत कराएं। इसके अलावा यदि मानव संसाधन की अथवा अन्य बुनियादी संसाधनों की आवश्यकता है तो इससे भी अवगत कराएं।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे
सभी अनुविभागीय अधिकारियों ने बताया कि उनके यहां सेटअप में कंप्यूटर आपरेटर के पद की स्वीकृति हो जाएगी तो काम में सहूलियत और बढ़ जाएगी। मानपुर में पटवारियों की कमी की बात एसडीएम ने रखी। कमिश्नर ने कहा कि सभी समस्याओं को दूर करने उचित कार्रवाई की जाएगी।
जिन लोगों ने नजूल पट्टे के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं दिया, उनके पट्टे निरस्त करने की करें कार्रवाई –
बैठक में कमिश्नर ने नजूल पट्टे के नवीनीकरण के कार्यों की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने नजूल पट्टे के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं दिया। उन्हें नोटिस दिया जाए तथा इसके बाद भी वे नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं देते हैं तो उनके पट्टे निरस्त करने की कार्रवाई की जाए।
कार्यालय साफ-सुथरा रखने करें विशेष मानिटरिंग, इससे झलकती है प्रशासन की छवि-
कमिश्नर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि कार्यालयों की हमेशा मानिटरिंग करते रहें। कार्यालय में लोगों का समय पर काम होने के साथ ही कार्यालय की साफ-सफाई भी सुनिश्चित करें। कार्यालय हमारे काम करने के तरीके का आईना होते हैं जितने सुव्यवस्थित कार्यालय होंगे, उतनी ही बेहतर प्रशासन की छवि इससे झलकती है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर एवं एसडीएम अपने अधीनस्थ कार्यालयों का रोटेशन के आधार पर निरीक्षण करें एवं निरीक्षण प्रतिवेदन के अनुरूप दिये गए निर्देशों की मानिटरिंग करते रहें ताकि कार्यालयों में सुचारू रूप से काम होता रहे।