युवा रचनाकारों ने जीता दिल…श्रोताओं ने काव्यफुहार का आनन्द…तालियों की गड़गड़ाहट से सुरम्य हुआ वातावरण

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– उर्दू काउंसिल के बैनर के तले शरदोत्सव कवितावली युवा कवि सम्मेलन का आयोजन सीएमडी कॉलेज स्थित स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने और अध्यक्षता गीत कवि एवं नये पाठक के संपादक डॉ.अजय पाठक ने की। विशिष्ट अतिथि पूर्व पार्षद रविन्द्र सिंह , वरिष्ठ पत्रकार विश्वेश ठाकरे , यशवंत गोहिल की विशेष उपस्थिति रही। अतिथियों ने कार्यक्रम के प्रथम आयोजन पर आयोजकों को बधाई दी। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बिलासपुर आये कवियों को धन्यवाद भी दिया।
             शरदोत्सव कवितावली कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर अतिथियों की तरफ से पूजन-माल्यार्पण से किया। सरस्वती वंदना के बाद कवि सम्मलेन का शुभारम्भ हुआ। सर्प्रथम पेंड्रा से आये युवा ओजकवि आशुतोष आनंद दुबे ने प्रस्तुति दी। गीतकार नितेश पाटकर के गीतों ने लोगों ने जमकर पसंद किया।
                           अनुपपुर से आए युवा गज़लकार राज तिवारी ने अपनी नज्म से सबका दिल जीता। कोरबा की कवियित्री संतोषी महंत श्रद्धा की प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों को ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया। भिलाई से आये ओज के सशक्त हस्ताक्षर मयंक शर्मा ने अपनी कविता से स्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
                           युवा गज़लकार आशीष तन्हा ने अपनी ग़ज़लों से माहौल को चरम तक पहुंचाया। कवि सम्मलेन के संचालक शायर कुमार पाण्डेय की शानदार प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। युवा शायर सुमित शर्मा की शानदार प्रस्तुति ने स्रोताओं को दिल जीत लिया। छत्तीसगढ़ी कै सशक्त हस्ताक्षर प्रसिद्ध कवि किशोर तिवारी की शानदार छ्तीसगढ़ी गीत को जमकर पसंद किया गया।
                          द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, केवल कृष्ण पाठक, राजेंद्र मौर्य, राघवेंद्र धर दीवान, डॉ सुधाकर बिबे, यशवंत गोहिल, अनु चक्रवर्ती, बालमुकुंद श्रीवास, महेश श्रीवास, राजेश कुमार सोनार, योगेश शर्मा, अरुण अवस्थी, मोहन पाटकर, कमल नामदेव, राकेश गुप्ता, रितेश नायडू, जयेन्द्र कौशिक, पूर्णिमा तिवारी, पूजा पाण्डेय, श्रीमती कमलेश पाठक, सरोज पाटकर, अनु चक्रवर्ती, खुशी चक्रवर्ती, कुमारी दीप्ति, शाकिर अली, अतुल खरे, आकांक्षा द्विवेदी, गौरव साहू सहित शहर के कई प्रख्यात साहित्यकार, समाजसेवी और कविताप्रेमी श्रोता अंत तक शरदोत्सव कवितावली का आनन्द लिया।
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