Karva Chauth 2019: 76 साल बाद बन रहा है खास संयोग, सभी मनोकामना होंगी पूरी

Shri Mi
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बिलासपुर।पति-पत्नी के प्यारा का प्रतीक करवा चौथ का त्योहार इस साल 17 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस साल करवा चौथ के मौके पर विशेष संयोग बन रहा है जो करीब 76 साल बाद आया है. बताया जा रहा है कि इस साल कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर करवा चौथ के व्रत का शुभ मुहूर्त रहेगा. दोपहर 3:56 के बाद रोहिणी नक्षत्र का शुभारंभ होगा. ऐसा योग साल 1943 के बाद अब बन रहा है. वहीं कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि संक्रांति और रोहिणी नक्षत्र का शुभ योग 1943 के बाद इस साल भी बन रहा है. इस शुभ योग के कारण इस साल का करवा चौथ फलदायी होगा.

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बता दें, करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना और निरोग स्वास्थ्य के लिए रखती हैं. यह व्रत निर्जला रखा जाता है और रात में चांद को देखने के बाद ही तोड़ा जाता है. मान्यता के अनुसार छलनी से चन्द्रमा को देखते हुए पति को देखना शुभ माना जाता है.इस व्रत में शिव पार्वती, कार्तिक और करवाचौथ माता का पूजन किया जाता है.

सबसे पहले संपूर्ण शिव परिवार और श्रीकृष्ण की स्थापना करें। गणेश जी को पीले फूलों की माला, लड्डू और केले चढ़ाएं. भगवान शिव और पार्वती को बेलपत्र और श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें। मिटटी के कर्वे पर रोली से स्वस्तिक बनाएं.

कर्वे में दूध, जल और गुलाबजल मिलाकर रखें और रात को छलनी के प्रयोग से चांद को देखें और चांद को अर्घ्य दें. इस दिन करवा चौथ की कथा कहनी या फिर सुननी आवश्यक होता है, जिसके बिना यह व्रत अधूरा होता है.

करवा चौथ के दिन उपवास का समय- 13 घंटे 56 मिनट

चांद के निकलने का समय- रात 8.18

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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