बिलासपुर— मल्हार पुलिस चौकी क्षेत्र के धनगवां के आश्रित गांव भगवानपल्ली के ग्रामीणों ने सरपंच और उसके पुत्र पर मारपीट और अक्टूबर महीने का चावल वितरण नहीं किए जाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि चावल वितरण का काम अनामिका स्वसहायता समहू के माध्यम से संचालित किया जाता है। चावल वितरण का काम सरपंच का बेटा संतु यादव करत है। अक्टूबर महीने का चावल मांगने गए तो संतू यादव ने एक ग्रामीण के साथ मारपीट की। शर्ट भी फाड़ दिया। उसने धमकी दी है कि कही भी शिकायत करो लेकिन तुम लोगों को चावल नहीं देगा। जो करना है कर लो…मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
शनिवार को अच्छी खासी संख्या में मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के भगवानपाली गांव के लोग पुलिस कप्तान और कलेक्टर से शिकायत करने बिलासपुर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि भगवानपल्ली धनगवा का आश्रित गांव है। अक्टूबर महीने का चावल किसी भी गरीब को नहीं दिया गया है। सोसायटी का संचालन अनामिका स्वसहायता समूह करता है। चावल वितरण का काम सरपंच का बेटा संतू यादव करता है। शनिवार को ग्रामीण लोग चावल लेने सोसायटी गए। संतु यादव से अक्टूबर महीने का चावल मांगा गया। उसने ना केवल देने से इंकार किया। बल्कि चावल मांगने वालों से मारपीट की।
संतु और उसका भाई फन्दिया यादव ने पहले तो सभी से जातिगत गाली गलौच की। विरोध किए जाने पर दोनों ने मारपीट करना शुरू कर दिया। समयबहादुर,अश्वनी,लक्ष्मेन्द्र जांगड़े समेत कई लोगों को मारापीटा। कपड़ा भी फाड दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि अनामिका स्वसहायता समूह की पहले भी शिकायत थी। बावजूद इसके दुबारा उसी समूह को चावल वितरण की जिम्मेदारी दी गयी। साल 2015-16 में समूह ने चावल वितरण में घोटाला किया था।बाद में शासन ने सोसायटी को छीन लिया। एक बार फिर सोसायटी ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। अक्टूबर महीने का चावल नहीं दिया। हमारी मांग है कि अक्टूबर महीने का चावल वितरण के साथ नवम्बर दिसम्बर का भी चावल दिया जाए।साथ ही आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया जाए।