मुख्यमंत्री भूपेश ने पारंपरिक अंदाज में की पूजा,धूमधाम से मन रहा गौठान दिवस ,मुख्यमंत्री ने निभाई सोटा खाने की परंपर

Shri Mi
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को सीएम हाउस में पहली बार गोवर्धन पूजा पर गौठान दिवस का आयोजन किया है। सीएम ने पारंपरिक अंदाज में गोवर्धन पूजा कर गौठान दिवस की शुरुआत की। इस दौरान ढोल नगाड़ों की थाप पर कई मंडलियां पहुंची और सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए। भूपेश बघेल ने इस मौके पर आयोजित राउत नाचा का खूब आनंद लिया साथ ही उनके बीच थिरकते भी नजर आए। कार्यक्रम में शामिल होने प्रदेश के कई जगहों से लोग, नेता, मंत्री व अतिथि सीएम हाउस में पहुंचे। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित गोवर्धन तिहार और गौठान दिवस कार्यक्रम के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने पारंपरिक अंदाज में राउत जैकेट पहनकर परिवार के साथ गोवर्धन की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली, सुख और सृमद्घि की कामना की।

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मुख्यमंत्री ने कहा. आज के दिन जैसे साल के 365 दिन गायों के लिये छाया, पानी और चारे की व्यवस्था करें। वे राउत नाचा दल के साथ नाच में भी शामिल हुए।गोवर्धन पूजा का पर्व छत्तीसगढ़ में पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा। इस त्यौहार को लेकर यहां एक खास परंपरा रही है। राउत समाज द्वारा इस त्यौहार को पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है। इस दिन राज्य के गांव-गांव में सुबह से राउतों की टोली सड़कों पर निकली और हाथ में डंडे लिए राउत दल राउत नाचा नृत्य करते नजर आए।

गांवों में पशुओं को विशेष तरह से सजाया गया। राउत भी पारंपरिक परिधान में सजकर उत्साह से भर देने वाला नृत्य करते दिखे। राउत नाचा दल जिन जगहों से भी होकर गुजरे, लोगों ने उनका स्वागत किया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौरा गौरी तिहार मनाने आज जजंगिरी गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर गौरा गौरी की पूजा की। वहीं सीएम ने वर्षों पुरानी सोटा परंपरा का भी निर्वहन किया। सौटा हाथ में मारने की पुरानी परंपरा है सोटा कुश का बना होता है। ग्रामीणों को मानना है परंपरा अनुसार सोटा से मार खाने वाले व्यक्ति पर देव चढ़ते हैं और सोटा मारने वाला व्यक्ति बैगा जाति का होता है। ऐसा माना जाता है सोटा से मार खाने से व्यक्ति के कष्ट व पाप कम होते हैं।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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