बिलासपुर— देवरीखुर्द के लोगों ने सर्वदलीय संगठन के बैनर तले जिला कार्यालय पहुंचकर शराब दुकान हटाए जाने की मांग की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बहुत पहले आंदोलन के बाद शराब दुकान हटाया गया था। एक बार फिर वार्ड क्रमांक 42 और 43 के बीच शराब दुकान खोल दिया गया है। इसके चलते स्कूली बच्चों को परेशानी हो रही है। महिलाओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
देवरीखुर्द में शराब दुकान हटाए जाने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर गुहार लगाई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड क्रमांक 42 और 43 के बीच शराब दुकान का संचालन किया जा रहा है। दुकान से चंद कदम ही दूर छात्रावास है। छोटे बच्चे छात्रावास में रहकर पढ़ाई लिखाई करते हैं। शारब दुकान के पास से उनका आना जाना होता है। उनके साथ अश्लील इशारे भी होते हैं।
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन को बताया कि सभी राजनैतिक संगठन के नेता भी चाहते हैं कि वार्ड से शराब दुकान को हटाया जाए। शराब दुकान नियम विरूद्ध हाईवे रोड पर खोला गया है। छात्राओं और आम जनता खासकर महिलाओं का जीना मुश्किल हो गया है। जिसके चलते लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बेहतर होगा कि किसी उग्र आंदोलन से पहले हाईवे रोड तोरवा से शराब दुकान हटाकर कहीं दूसरी जगह खोला जाए।
कलेक्टर से गुहार लगाने के बाद शराब दुकान का विरोध करने मालों ने बताया कि कलेक्टर ने उचित कार्यवाही का आष्वासन दिया है। साथ ही हमने शराब दुकान हटाए जाने की मांग विधायक शैलेष पाण्डे, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौषिक, मस्तूरी विधायक कृश्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीष सिंह से भी की है। यदि समय रहते शराब दुकान नहीं हटाया गया 5 नवंबर को सर्वदलीय बैठक का आयोजन कर सड़क पर उतारने का निर्णय लिया जाएगा।