निगम की लापरवाही..गड्ठे में गिरकर अनुराग की मौत…परिजनों ने शव रखकर किया चक्काजाम..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–- एक बार फिर मौत की खबर के साथ निगम प्रशासन की लापरवाही सामने आय़ी है। चांटीडीह मेला पारा में निर्माणाधीन पानी टंक के गड्ढे में गिरकर बच्चे की मौत हो गयी है। बच्चे का नाम अनुराग साहू है। अनुराग साहू कक्षा 9 का छात्र है। खबर के बाद पीड़ित परिजन शव के साथ पुराने पुल पास घंटो चक्काजाम किया। इस दौरान प्रशासन को काफी पसीना बहाना पड़ा। समझाइस के बाद परिजनों ने बाद में परिजनों को किसी तरह हटाया गया। 

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                      मेलापारा चांटीडीह में निर्माणाधीन पानी टंकी के गड्ठे में गिरकर 14 साल के एक बच्चे की मौत हो गयी। बच्चे का नाम अनुराग साहू कक्षा 9 का छात्र है। खबर मिलने के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का वातावरण तैयार हो गया। नाराज परिजन निगम प्रशासन के खिलाफ पुराना पुल के पास शव को लेकर धरने पर बैठ गए। जिसके चलते घंटो चक्काजाम की स्थिति बनी रही।खबर मिलते ही जिला प्रशासन के प्रतिनिधि और पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गयी।

                      स्थानीय लोगों ने बताया कि निगम प्रशासन चांटीडीह मेलापारा में पानी टंकी का निर्माण करवा रहा है। जिसके चलते मौके पर बहुत बड़ा गड्ढा खोदा गया है। निर्माम के दौरान काफी लापरवाही हुई है। मामले की शिकायत कई बार निगम और जिला प्रशासन से की गयी। बावजूद इसके किसी ने समस्या की तरफ ध्यान नहीं दिया। अंत में वही हुआ जिस बात की आशंका थी।

                 सोमवार की सुबह करीब 10 बजे चांटीडीह निवास 9 साल का अनुराग साहू गड्ढे में गिर गया। गड्ठे के पानी में डूबकर अनुराग साहू की मौके पर ही मौत हो गयी। इसके बाद जिला प्रशआसन की लापरवाही और मौत के बाद नाराज लोगों ने अनुराग साहू के शव को लेकर पुराना अरपा पुल के पास चक्काजाम कर दिया। 

                 पीडित परिजनों के साथ नाराज स्थानीय लोगों ने लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर आक्रोश जाहिर किया। लोगों ने बताया कि मामले को लेकर कई बार शिकायत हुई थी। बावजूद इसके अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। यदि निगम और जिला प्रशासन ने शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो शायद अनुराग साहू आज हमारे बीच में होता। 

                बहरहाल घटना के बाद चक्काजाम के कारण पुल और आस पास यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गयी। पुलिस और जिला प्रशासन के आश्वासन पर लोगों ने धरना प्रदर्शन को खत्म किया। प्रशासन की तरफ से मुआवजे की मांग को स्वीकार किया गया। साथ तात्कालीन व्यवस्था को देखते हुए परिजनों को कुछ राशि दी गयी। इस दौरान लोगों ने निगम प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।

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