सूदखोरों से परेशान शिक्षिका ने कहा..आत्महत्या कर लूंगी..सूदखोरों ने पति को बना दिया पागल…पुलिस से केवल आश्वासन मिला

BHASKAR MISHRA
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सूदखोरों से परेशान आईजी कार्यालय के सामने रोती विलखती शिक्षिका,मांग रही पति की जिंदगी की भीख

बिलासपुर—एक शिक्षिका जो जमाने को नैतिकता की पाठ पढ़ाती है। बच्चों में संस्कार गढ़ती है। लेकिन आज उसकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है। डीजीपी,आईजी,एसपी,थानेदार से लेकर जगह जगह गुहार लगा चुकी है। बताती फिर रही है कि उसकी इज्जत और सम्पत्ति दोनों ही दांव पर हैं। क्योंकि सूदखोरों ने जीना मुश्किल कर दिया है। शिकायत के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। अब तो लगता है कि मरकर ही राहत मिलेगी।   यह बात सूदखोरों से परेशान होकर मुंगेली की एक पीड़ित शिक्षिका ने कही।

             
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                 शिक्षिका ने बताया कि उसका पति मुंगेली जनपद सदस्य है। 2016-17 में पति ने कुछ लोगों ने चार लाख रूपए दस प्रतिशत व्याज पर लिया। धीरे धीरे हमने दो साल में चार लाख से अधिक 16 लाख रूपए का भुगतान किया। सूदखोंरो से कर्ज लेते समय पति ने अपना चेक बुक गिरवी रखा था। रूपए भुगतान होने के बाद सूदखोरों ने चेक बुक के एक एक पन्ने को आपस में बांट लिया। इसके बाद 11 लोगों ने दावा किया कि प्रदीप ने पचास-पचास लाख रूपए कर्ज लिए हैं। 

                         शिक्षिका ने बताया कि सभी सूदखरों ने मिलकर करीब 22 एकड़ से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया है। निजी ट्रैक्टर, ट्रक, मोटरसायकल पर भी कब्जा कर लिया है। घर के सारे जेवरात भी हथिया लिया है। इतना ही नहीं खेत में खड़ी धान की फसल को भी काटने से मना कर दिया है। सूदखोरो ने धमकी दी है कि जमीन पर अब उनका कब्जा है। जब तक पचास लाख रूपए नहीं मिलेंगे जमीन उनका है। महिला ने बताया कि पति का जीना मरना एक जैसा हो गया है।

                        महिला ने बताया कि वह स्कूल शिक्षिका है। पति सुदखोंरों की प्रताड़ना से घुट घुट कर बीमार हो गए है। उनका चलना फिरना मुश्किल हो गया है। जनपद सदस्य होने के बाद भी सूदखरों के डर से उन्होंने क्षेत्र में जाना भी छोड़ दिया है।

घर में जवान बेटी है। सूदखोर जब तक घर पहुंचकर तगादा करते हैं। स्कूल आते जाते छेड़छाड़ भी करते हैं। अश्लील गालियों और बदनीयति का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं सूदखोर स्कूल पहुंचकर रूपयों की मांग करते हैं। बेटी और अपने बेटे को लेकर इस समय घर छोड़कर बिलासपुर में रहती हूं। यहीं से स्कूल आना जाना होता है। बावजूद इसके सूदखोरों की आंखे उसे ढूंढ ही लेती हैं। रोज स्कूल में जलील होना पड़ता है।

महिला के अनुसार तीन महीने पहले मैने सूदखोरों की जातिगत गाली गलौच से परेशान होकर थाने में शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने सारे प्रमाण रखने के बाद एफआईआर दर्ज नही करते हुए केवल बयान लिय गया है। अब सूदखोर धमकी देते हैं कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। अब तलगने लगा है कि सदखोर ही ठीक कहतें है। मामले में थानेदार से लेकर एसपी,एडिश्वल एसपी,आईजी और डीजीपी से शिकायत की हूे। लेकिन हर जगह से केवल आश्वासन हिला है। तीन महीने से दर दर भटक रही हूं। यदि न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी।

महिला के अनुसा्र सूदखोरों ने चेक लगा दिया है। चेक बाउंस भी गया है। अब तो जीना मुश्किल हो गया है। लेकिन अभी भी न्याय का दामन नहीं छोड़ी हूं।

करेंगे जांच…एडिश्नल एसपी

मामले में मुंगेली एडिश्वल एसपी तिर्की ने बताया कि शिकायत मिली है। चूंकि मामला सूदखोर के साथ जातिगत प्रताड़ना लेकर है। हगने जांच कार्रवाई शुरू की है। जल्द ही महिला की शिकायत का पन्ना पन्ना सामने आ जाएगा। महिला को परेशान होने की जरूरत नहीं है। जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

आडियो वीडियो रिकार्ड

महिला ने बताया कि उसके पास जितने आडियो रिकार्ड थे…सब मुंगेली पुलिस के हवाल कर दिया है। दस्तावेज भी सौप दिए हैं। आखिर पुलिस अब चाहती क्या है बात समझ में नहीं आ रही है।

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