बिलासपुर— राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि भाजपा नेता बताए क्या अपने शासन काल में केन्द्र सरकार की मुंह नहीं ताकते थे। जब दो साल के लिए नियम में बदलाव हो सकता है तो अब क्यों नहीं हो सकता है। हमें बताएं कौन पटवारी बदमाशी कर रहा है..या अवैध प्लाटिंग करवा रहा है…नाम बताएं…उसके खिलाफ कार्रवाई करूंगा। जय सिंह अग्रवाल ने बताया कि झूठा प्रकरण दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। क्योंकि पुलिस अधिकारी को हटाने के लिए बस सीएम से बात करने की जरूरत है।
जय सिंह अग्रवाल ने बिलासपुर अल्प प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा की। उन्होने धान खरीदी के सवाल पर कहा कि भाजपा नेता बताएं क्या केन्द्र सरकार की मुंह नहीं ताकते थे। भाजपा नेताओं को बताना चाहिए क्या उन्होने केन्द्र से रूपए नहीं लिये। दो साल तक धान खरीदी को लेकर नियमों में बदलाव किया गया…तो अब क्यों नहीं कर सकते हैं। पिछले 15 सालों से राज्य की भाजपा सरकार ने केन्द्र से रूपए लिए। केन्द्र में कांग्रेस की भी सरकार थी। राज्य को रूपए दिया गया। हम केन्द्र के भरोसे नहीं है। किसानों का धान हम 2500 रूपए के हिसाब से ही खरीदेंगे। लेकिन केन्द्र सरकार को जवाब देना होगा कि किसानों के साथ दोहरी रणनीति क्यों कर रही है। दरअसल भाजपा के नेता और केन्द्र सरकार कर्ज माफी और समर्थन मूल्य में वृद्धि किए जाने के बाद घबरा गयी है। केन्द्र को किसानों के साथ न्याय करना ही होगा।
जमीन पट्टा बनाने को लेकर भारी लापरवाही सामने आ रही है। सवाल के जवाब में राजस्व मंत्री ने कहा कि लापरवाही का पता लगाया जाएगा। अधिकारियों ने निस्तारी पट्टा यदि नहीं बनाया है..तो उसकी कुछ वजह होगी। वजह के कई कारण भी होंगे…।
बिलासपुर में पटवारियों की मनमानी से जनता परेशान है। जगह जगह अवैध प्लाटिंग की शिकायतें मिल रही हैं। जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि हमे ऐसे पटवारियों के नाम बताएं…उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। अवैध प्लाटिंग करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। खासकर ऐसे पटवारियों को नहीं बख्शा जाएगा जो अवैध प्लाटिंग में भू-माफियों का सहयोग कर रहे है…। जय सिंह ने कहा कि पता लगाएंगे कि ऐसे कौन पटवारी हैं जिनकी शिकायत है और आज भी शहर के हल्का में लम्बे समय से काबिज हैं।
कोरबा समेत कई जिलों में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई हो रही है। आखिर वजह क्या है। जय सिंह ने बताया कि हां कोरबा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आईपीएस अधिकारी ने कार्रवाई की है। सच्चाई यह है कि कार्यकर्ताओं पर फर्जी मामला बनाया है। जनसामान्य के खिलाफ भी ऐसा किया है..मामले में जांच करने को कहा है। उस पुलिस अधिकारी को नहीं छोड़ा जाएगा जो जनसामान्य या कार्यकर्ताओं को फर्जी मामला बनाकर परेशान करता है। क्योंकि पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। यदि मुझे उदय किरण को हटाना होगा तो पूछने की नहीं..बस सीएम से बात करने की जरूरत होगी।